आज का दिन दुनिया की राजनीति में महिलाओं के लिए मील के पत्थर की तरह हैं. साठ साल पहले आज हीं के दिन यानी 21 जुलाई 1960 को श्रीलंका में सिरिमा बंदरानाइक दुनिया की पहली लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई महिला प्रमुख की सरकार बनी थी. सरकार की वो पहली महिला मुखिया बनी थी.
चार साल बाद सुरक्षा बलों और सिख अलगाववादी आतंकवादियों के बीच पंजाब राज्य के स्वर्ण मंदिर में एक घातक टकराव के बाद उनके सिख अंगरक्षकों द्वारा उनकी हत्या कर दी गई थी.
21 जुलाई का दिन महिलाओं के लिए खुश होने की एक खास वजह लेकर आया था. करीब 12 साल पहले साल 2007 में इस दिन देश को प्रतिभा पाटिल के रूप में पहली महिला राष्ट्रपति मिलीं. 2007 से 2012 तक प्रतिभा देवीसिंह पाटिल देश की 12वीं राष्ट्रपति के तौर पर रहीं. वह देश का यह सर्वोच्च संवैधानिक पद ग्रहण करने वाली पहली महिला थीं. वह 21 जुलाई को राष्ट्रपति निर्वाचित हुईं और 25 जुलाई 2007 को उन्हें राष्ट्रपति के रूप में शपथ दिलाई गई
सिरिमा बन्दरानाइक ने अपने पति के नक्शेकदम पर चलते हुए 21 जुलाई, 1960 को श्रीलंका के प्रधानमंत्री का पद संभाला तब उन्हें सीलोन के नाम से जाना जाता था. बता दें कि उनके पति 1956 में देश के नेता बन गए थे, लेकिन तीन साल बाद एक चरमपंथी बौद्ध पादरी ने उनकी हत्या कर दी थी.