Bangladesh Elections 2026: बांग्लादेश में नई सरकार बनाने और प्रधानमंत्री चुनने के लिए आम चुनावों का ऐलान कभी भी हो सकता है। चुनाव आयोग ने जातीय संसद की 300 सीटों के लिए चुनाव कराने की पूरी तैयारी कर ली है। शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद बांग्लादेश में चुनावी माहौल पूरी तरह बदल गया है। पहली बार बांग्लादेश में प्रधानमंत्री पद के लिए चार बड़े दावेदार हैं। चारों दावेदार पहली बार PM पद की दौड़ में शामिल हो रहे हैं।
बांग्लादेश में सरकार बनाने के लिए जातीय संसद में 151 सीटें जीतना ज़रूरी है। इस बार बांग्लादेश में राजनीतिक मुकाबला तीन बड़ी पार्टियों के बीच है। सबसे पुरानी पार्टी अवामी लीग चुनाव नहीं लड़ेगी। चुनाव आयोग ने अंतरिम सरकार की पहल पर अवामी लीग पर बैन लगा दिया है।
अगला PM कौन होगा?
तारिक रहमान - बांग्लादेश में सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के तौर पर अपनी पहचान बना चुकी BNP के नेता तारिक रहमान PM की दौड़ में सबसे आगे हैं। तारिक अभी लंदन में रहते हैं। तारिक पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के बेटे हैं। बांग्लादेश में अब तक हुए सभी सर्वे में BNP आगे चल रही है।
अगर सर्वे के नतीजे सही साबित होते हैं, तो तारिक बांग्लादेश के प्रधानमंत्री बन सकते हैं। तारिक की मां को आखिरी बार 2001 में प्रधानमंत्री बनाया गया था। तब से तारिक का परिवार सत्ता से बाहर है।
जुबैदा रहमान - तारिक की पत्नी जुबैदा भी प्रधानमंत्री की रेस में हैं। कहा जा रहा है कि अगर BNP सत्ता में आती है और तारिक किसी वजह से प्रधानमंत्री नहीं बन पाते हैं, तो जुबैदा अगली प्रधानमंत्री हो सकती हैं। शेख हसीना के तख्तापलट के बाद से जुबैदा बांग्लादेशी राजनीति में एक्टिव हैं।
हालांकि जुबैदा के पति अभी तक लंदन से बांग्लादेश नहीं लौटे हैं, लेकिन जुबैदा ढाका में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ रेगुलर मीटिंग कर रही हैं। पिछले 30 सालों से बांग्लादेशी राजनीति में महिला नेताओं का दबदबा रहा है। इसलिए, जुबैदा की दावेदारी और भी मजबूत मानी जा रही है।
शफीकुर रहमान - शेख हसीना के सत्ता से जाने के बाद जमात तेज़ी से उभरी है। इसलिए, जमात-ए-इस्लामी के अमीर शफीकुर रहमान को भी प्रधानमंत्री पद का दावेदार माना जा रहा है। जमात ने ऐलान किया है कि वह सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी।
जमात के नेता धर्म को मुद्दा बनाकर चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि, बांग्लादेश आंदोलन में इसकी पिछली भूमिका इसके लिए आगे की राह मुश्किल बनाती है।
नाहिद इस्लाम - शेख हसीना को सत्ता से हटाने में अहम भूमिका निभाने वाले स्टूडेंट लीडर नाहिद इस्लाम को भी प्रधानमंत्री पद का दावेदार माना जा रहा है। नाहिद ने चुनाव के ऐलान से ठीक पहले तीसरे फ्रंट का ऐलान किया। उनकी पार्टी ने सात पार्टियों के साथ मिलकर नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट बनाया है।
नाहिद यूनुस की सरकार में सलाहकार भी थे। अगर मुकाबला त्रिकोणीय होता है और उनकी पार्टी किंगमेकर बनकर उभरती है, तो उन्हें भी प्रधानमंत्री माना जा सकता है। नाहिद ने पहले ही खुलकर अपनी दावेदारी पेश करना शुरू कर दिया है।