कोरोना संकट के बीच हरियाणा सरकार ने रोडवेज बसों का किराया बढ़ाने का फैसला किया है। राज्य की मनोहर लाल खट्टर सरकार ने अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के मद्देनजर कदम उठाते हुए सामान्य, लग्जरी और सुपर लग्जरी बस किराया, पेट्रोल-डीजल पर वैट और मंडियों में मार्केट फीस बढ़ाने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में रोडवेज बसों का किराया 15 से 20 फीसदी बढ़ाने का निर्णय लिया गया। सरकार ने 100 किलोमीटर तक के सफर के 15 पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी की है। वहीं, 100 किलोमीटर के बाद 20 पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी की गई है। अब यात्रियों को एक किलोमीटर का एक रुपये चुकाना होगा। हरियाणा में पहले प्रति किलोमीटर 85 पैसे किराया था। लग्जरी (वोल्वो) बसों का किराया दो रुपये प्रति किलोमीटर से बढ़ाकर ढ़ाई रूपये प्रति किलोमीटर किया गया है।
हरियाणा में सामान्य बसों का किराया बढ़ाने के बावजूद यह पंजाब, हिमाचल और राजस्थान से कम ही रहेगा।औसत हिसाब लगाया जाए तो लग्जरी बसों का चंडीगढ़ से दिल्ली तक का किराया 125 रुपये बढ़ गया है। इसके साथ ही सरकार प्रदेश में पेट्रोल और डीजल के भी दाम बढ़ाने जा रही है।
प्रदेश सरकार ने डीजल और पेट्रोल पर वैट की दरों को बढ़ाने का भी फैसला किया है। सरकार ने पेट्रोल पर 1 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 1.1 रुपये प्रति लीटर वैट लगाया है। इसके साथ ही सरकार ने मंडियों में सब्जी एवम फलों की बिक्री पर 1 फीसदी मार्केट फीस और 1 फीसदी HRDF सेस लगाया गया। हरियाणा सरकार के इस फैसले से सब्जी एवं फलों की कीमतों में बढ़ोतरी होगी।