यमुनानगर। जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी को उसकी गलत वीडियो सोशल मीडिया में वायरल करके बदनाम करने की धमकी देकर 50 हजार रुपये लेते हुए तीन पत्रकारों को पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। तीनों ही पत्रकार इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े हुए हैं। आरोपित डीएफसी से दो लाख रुपये दिए जाने की मांग कर रहे थे। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ ब्लैकमेलिंग करने व मिलीभगत करने के आरोप में मामला दर्ज कर उन्हें अदालत में पेश कर दिया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी (डीएफएससी) राजेश आर्य ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि गत 18 अप्रैल को वह बाजार से कुछ घरेलू सामान खरीदकर अपनी कार में रखकर रोहतक अपने घर जा रहा था। रास्ते में सांगीपुर नाके के पास उसे तीन पत्रकारों ने रोक लिया। इस दौरान तीनों पत्रकारों ने पुलिस को उसकी कार की तलाशी लेने के लिए कहा। पुलिस ने कार की तलाशी ली तो उसमें मेरा बाजार से खरीदा हुआ घरेलू सामान मिला। उसने खरीदे हुए सामान की रसीदें पुलिस को दिखाई । रसीदें देखकर पुलिस ने उसे जाने दिया। मगर इसी बीच तीनों पत्रकारों ने सारे घटनाक्रम की वीडियो बना ली। जिसके बाद वह उसे वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करके बदनाम करने की धमकी देकर दो लाख रुपये दिए जाने की मांग करने लगे। उसने आरोपितों को कहा कि इतनी रकम उसके पास नहीं है।
मगर आरोपितों द्वारा आए दिन उससे पैसों की मांग की जाने लगी। जिससे वह परेशान हो गया। परेशान होकर उसने गत बुधवार को पुलिस को मामले से अवगत करवाया। पुलिस ने मामले के बारे में तुरंत उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया। बाद में योजना के मुताबिक पुलिस ने डीएफसी को दो-दो हजार के पच्चीस नोटों पर हस्ताक्षर करके आरोपितों को देने के लिए भेजा। डीएफएससी ने देर शाम तीनों पत्रकारों को अपने कार्यालय में बुलाकर जैसे ही हस्ताक्षर किए गए 50 हजार रुपये दिए तो पुलिस ने उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। बाद में पुलिस ने डीएफएससी राजेश आर्य की शिकायत पर आरोपित पत्रकारों के खिलाफ अंडर सेक्सन 384 व 120 बी के तहत मामला दर्ज कर उन्हें अदालत में पेश कर किया गया जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
मामले की जांच कर रहे एसआई ओमप्रकाश के मुताबिक तीनों आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें अदालत में पेश कर दिया गया है। जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस द्वारा मामले में जांच की जा रही है।