आजकल वायरल फिवर हर दूसरे व्यक्ति को हो जाता है। ऐसे में आपको सतर्क हो जाना चाहिए क्योकि बार-बार बुखार आना किसी बीमारी की निशानी भी हो सकती है। इसलिए बिना देरी किए डॉक्टर से सलाह जरुर ले। एक रिसर्च के अनुसार एक व्यक्ति की बॉडी का नॉर्मल टेंपरेचर 98.6 डिग्री फारेनहाइट होता है। अगर किसी व्यक्ति का बॉडी टेंपरेटर 98.6 डिग्री से ज्यादा है यानि 100.4 डिग्री हो तो इसे बुखार कहा जाता है। बार-बार बुखार आना को एपिसोडिक फीवर कहा जाता है। अगर किसी व्यक्ति को बार-बार बुखार आ रहा है तो फिर टेंशन लेने की बात है। उसे तुरंत डॉक्टर की सलाह लेकर सही उपचार करने की जरुरत है।
बार-बार बुखार आने के हो सकते हैं ये कारण
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- बॉडी टेंपरेचर दिन में या एक्सरसाइज के बाद थोड़ी देर के लिए बढ़ सकता है।
- बार-बार बुखार आना बैक्टीरियल इंफेक्शन की ओर इशारा करती है।
- साथ ही यह पीरियोडिक फीवर सिंड्रोम के कारण भी हो सकता है। यह सिंड्रोम जेनेटिक डिफेक्ट के कारण भी हो सकता है।
- बार-बार बुखार आना पीरियोडिक फीवर सिंड्रोम के कारण होता है। जिसकी वजह से भी शरीर का टेंपरेचर अप डाउन होता रहता है। इसके कई कारण हो सकते हैं। जैसे-वायरस, बैक्टीरियल इंफेक्शन, वैक्सीनेशन
बार-बार बुखार आने पर करें ये खास काम
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- बार-बार बुखार आने की स्थिति में आप इसका इलाज सामान्य बुखार की तरह ही करें।
- ढेर सारा पानी पिएं।
- अगर बच्चे को सांस लेने में तकलीफ हो रही है और बच्चे का बुखार 5 दिन से ज्यादा से है। तो डॉक्टर के पास तुरंत जाए।
- बुखार कितने देर और कितने दिन तक रहा है है इसका ध्यान जरूर रखें।