भारतीय रेल (Indian Railways) के इंफ्रास्ट्रक्चर की कायाकल्प और आधुनिकीकरण के लिए पूरे देश में वंदे भारत (Vande Bharat) ट्रेनों का जाल लगातार बिछाया जा रहा है। वहीं इसी कड़ी में रेलवे (Indian Railways) उत्तराखंड़ की जनता को एक बड़ी सौगात देने जा रही है। दरसल रेलवे उत्तराखंड़ (UttaraKhand) में बेहतर रेल कनेक्टिविटी के लिए जल्द ही देहरादून (Dehradun) और काठगोदाम (Kathgodam) के बीच नई वंदे भारत ट्रेन चला सकती है। फिलहाल इस रेल मार्ग पर केवल 2 ही ट्रेनों का परिचालन होता है। जिसके कारण स्थानीय यात्रियों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
इन दो स्टेशनों के बीच चलने वाली पहली ट्रेन जनशताब्दी एक्सप्रेस है और दूसरी ट्रेन काठगोदाम- देहरादून (KathGodam-Dehradun) एक्सप्रेस है। वहीं अगर जनशताब्दी (Janshatabdi Express) की बात करें तो यह ट्रेन सवेरे ही देहरादून से रवाना हो जाती है। दूसरी ओर काठगोदाम-देहरादून एक्सप्रेस का सिर्फ रात में ही परिचालन होता है। जिसके चलते रेल से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए रोड़वेज ही इकलौता और अंतिम विकल्प रह जाता है।
बता दें कि रिपोर्ट के अनुसार नई वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat) इन दोनों स्टेशनों के बीच चलेगी और इस रेल मार्ग पर यह कुल तीसरी ट्रेन भी होगी। उत्तराखंड़ में फिलहाल देहरादून और दिल्ली (Delhi) के बीच वंदे भारत ट्रेन का संचालन किया जा रहा है। जिससे प्रदेश के गढ़वाल क्षेत्र (Garhwal) के लोगों की यात्रा अधिक सुगम और आरामदायक हो गई है। हालांकि अभी भी वंदे भारत ट्रेन प्रदेश के कुमाऊं क्षेत्र में चलना शुरू नहीं हो सकी है। जिसको लेकर प्रदेश सरकार के रक्षा और पर्यटन राजमंत्री की ओर से वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat) के परिचालन को लेकर पहले ही भारतीय रेलवे (Indian railways) को पत्र भेजा गया है।
शुरूआती दौर में नई वंदे भारत ट्रेन से जुड़ी खबर यह सामने आ रही थी कि इस ट्रेन का संचालन दिल्ली और काठगोदाम के बीच होना है। मीडिया रिपोर्ट् से मिली जानकारी में बताया गया है कि रेलवे अपना विचार बदलकर अब इस नई वंदे भारत ट्रेन को देहरादून और काठगोदाम के बीच जल्द ही चलाने जा रही है। फिलहाल इस खबर पर रेलवे और राज्य सरकार की तरफ से कोई भी आधिकारिक जानकारी निकलकर सामने नहीं आयी है।
पीएम मोदी ने प्रदेश को भेंट की पहली वंदे भारत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi) ने 25 मई 2023 को हरी झंड़ी दिखाकर ट्रेन को रवाना किया और उत्तराखंड को उनकी पहली वंदे भारत (Vande Bharat) की सौगात दी । यह सेमी हाई-स्पीड ट्रेन दिल्ली (Delhi) और देहरादून के बीच रफ्तार पकड़ रही है।