CM Dhami and Harish Rawat on Rahul Gandhi:उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष अजय राय के मुंह से वाराणसी में निकली एक बात आज दिल्ली के प्रमुख चर्चाओं में से है। अब हो भी क्यों न, बात राहुल गांधी पर जो थी। दरअसल, अजय राय ने राहुल गांधी को लेकर दावा किया है। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे।" उन्होंने प्रियंका गांधी के वाराणसी से चुनाव लड़ने की गुजारिश की है। अब अजय के इस बयान के बाद कई नेता अलग अलग तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। इस बीच उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी और पूर्व सीएम हरीश रावत आपस में भीड़ गए हैं।
सीएम धामी ने कहा- नहीं करेंगे ऐसी गलती
राहुल गांधी के अमेठी से चुनाव लड़ने के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा, "वो पिछली बार चुनाव अमेठी से लड़े थे और उसका परिणाम उन्होंने देखा था। इसलिए मैं समझता हूं कि वो ऐसी गलती नहीं करेंगे।" वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी अजय राय के बयान पर प्रतिक्रिया दी है।
हरीश रावत का जवाब
हरीश रावत ने कहा, "उन्होंने बहुत ठीक बात कही है। इससे बीजेपी में खलबली मची हुई है। अमेठी तो राहुल गांधी की स्वाभाविक सीट थी। लेकिन वायनाड के लोग भी उनके साथ खड़े रहे हैं। ये राहुल गांधी जी को तय करना है। लेकिन इस देश की आकांक्षा है कि राहुल गांधी संसद में आएं।" इस दौरान उनसे राहुल गांधी को अमेठी और वायनाड दोनों सीटों से चुनाव लड़ना चाहिए? तब पूर्व सीएम ने कहा, "निश्चित तौर से जीतेंगे। अमेठी तो राहुल भैया के चुनाव लड़ने के अवसर की प्रतीक्षा कर रही है। लेकिन वायनाड कष्ट में साथ खड़ा रहा है। मैं समझता हूं कि राहुल गांधी के साथ जो कष्ट में साथ रहता है वो उसके साथ रहते हैं।"
सीएम धामी पर तंज किया
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पहले अपने बारे में सोचना चाहिए खटीमा में जनता ने उन्हें हराया अब चंपावत की बारी हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहते हुए पुष्कर सिंह धामी अपने गृहक्षेत्र की विधानसभा सीट खटीमा से चुनाव हार गए थे, जिसके बाद उन्होंने चंपावत से उपचुनाव लड़ा था।
बीजेपी पर तंज
उन्होंने कहा, "बीजेपी के लोग जिस तरह से सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के खिलाफ कानून बना रहे हैं, ऐसा लगता है अजय राय के बयान के बाद भाजपा एक बिल संसद में लेकर आ जाए। हो सकता है कि अगले सत्र में एक बिल लेकर आ जाए कि हर व्यक्ति एक ही सीट से चुनाव लड़ेगा। लेकिन ये फैसला अंत में राहुल गांधी को करना है।"