कानपुर के कपड़ा व्यापारी मनीष कनोडिया के बेटे की हत्या के मामले में दिन पर दिन नई परतें सामने आ रही हैं। बता दें कि दसवी कक्षा के छात्र कुशाग्र की हत्या को उसकी शिक्षक के कथित बॉयफ्रेंड ने अंजाम दिया था। पुलिस पूछताछ में प्रभात शुक्ला ने बताया कि उसे शक था कि शिक्षक रचिता का कुसाग्र के साथ प्रेम संबंध थे। जिसके चलते खुन्नस में उसने कुसाग्र की हत्या कर दी।
सोमवार की शाम को कुसाग्र घर से कोचिंग सेंटर के लिए निकला था जिसके बाद से ही वह लापता हो गया था। परिजनों ने खूब खोजा पर उसका पता ना लग सका। लापता होने का बाद कुशाग्र के परिजनों को फिरौती के लिए एक पत्र मिला जिसमें 30 लाख रूपए की धनराशि की मांग की गई। किंतु पुलिस के अनुसार पत्र मिलने से पहले ही कुशाग्र को मौत के घाट उतार दिया गया था।
पुलिस जांच में कुसाग्र की बिल्डिंग के गार्ड ने एक अनजान स्कूटी के बारे में बताया। पुलिस द्वारा पता लगाने पर यह स्कूटी रचिता की निकली। जिसकी सहायता से आरोपी फिरौती का पत्र फेंकने आए थे। साथ ही पुलिस ने खुलासा किया कि रचिता काफी लंबे समय से कुशाग्र को पढ़ा रही थी और उसका कुशाग्र के घर आना- जाना भी था। जिसके चलते प्रभात को दोनों के बीच प्रेम-संबंध होने का शक था। प्रभात को रचिता और कुशाग्र की नजदीकी से दिक्कत होने लगी थी। इस हत्या को प्रभात ने अपने दोस्त की सहायता से अंजाम दिया। साथ ही आशंका जताई जा रही है कि फिरौती की रकम वसूलने के बाद रचिता और प्रभात कानपुर से फरार होने की तैयारी में थे।