यूपी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) के बाद अब एमएलसी चुनाव (MLC Election) ने प्रदेश की सियासत को काफी गर्मा दिया है। एमएलसी चुनाव के लिए नाम वापसी वाले दिन यानी आज वाराणसी (Varanasi) में बड़ा उलटफेर सामने आया है। निवर्तमान एमएलसी बृजेश सिंह (MLC Brijesh Singh) उर्फ अरुण सिंह ने अपना पर्चा वापस ले लिया है। हालांकि उनकी पत्नी व पूर्व एमएलसी अन्नपूर्णा सिंह अभी भी मैदान में डटी हुई हैं।
वाराणसी के सेंट्रल जेल में बंद एमएलसी बृजेश सिंह उर्फ अरुण ने लगातार दूसरी बार निर्दल प्रत्याशी के तौर अपना पर्चा भरा था। साल 2016 में हुए विधान परिषद चुनाव (legislative council election) में निर्दलीय प्रत्याशी बृजेश कुमार सिंह को भाजपा (BJP) ने समर्थन दिया था। उन्होंने सपा की निकटतम प्रतिद्वंद्वी मीना कुमारी को करीब 1900 मतों से हराया था।
पिछली बार भी बीजेपी ने बृजेश का किया था समर्थन
इस दौरान बृजेश को कुल 3038 वोट मिले थे। जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा (SP) की मीना सिंह को 1084 वोट मिले थे। इस बार भी चर्चा थी कि भाजपा ने अपने विधायक सुशील सिंह के चाचा बृजेश सिंह के लिए इस बार भी मैदान पूरी तरह से खाली छोड़ दिया है। लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं हुआ। इस बार भाजपा ने डॉ. सुदामा सिंह पटेल को अपना प्रत्याशी बनाया है। वहीं सपा ने उमेश कुमार को भी मैदान में उतारा है। बृजेश सिंह के नाम वापस लेने के बाद सियासी गलियारों में चर्चाएं और भी तेज हो गई हैं।