नई दिल्ली और आसपास के इलाकों में रात भर हुई बारिश से दिल्लीवासियों को कुछ राहत मिली है। दिल्ली में जहरीली धुंध साफ हो गई और हवा की गुणवत्ता में भी सुधार देखने को मिला है। मौसम एजेंसी को उम्मीद है कि रविवार को दिवाली से पहले प्रदूषण में और कमी आएगी। बिगड़ती वायु गुणवत्ता से निपटने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में कृत्रिम बारिश कराने के लिए दिल्ली सरकार की IIT के साथ चल रही चर्चा के बीच यह बारिश हुई है।
देश की राजधानी दिल्ली एक सप्ताह से गंभीर प्रदूषण से जूझ रही है, जिसमें हानिकारक कणों की सांद्रता विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा अनुशंसित स्तर से 100 गुना अधिक देखी गई है। गुरुवार तक यह दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर था। सरकार की वायु-गुणवत्ता निगरानी एजेंसी SAFAR के आंकड़ों के अनुसार, आज सुबह 7 बजे दिल्ली में समग्र वायु गुणवत्ता 407 थी।
आंकड़ों के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी और आसपास के इलाकों में सुबह 4 बजे के बाद प्रदूषक तत्वों पीएम 2.5 और पीएम 10 के स्तर में बड़ी गिरावट देखी गई।
वहीं दिल्ली में वायु प्रदूषण से संबंधित मामलों की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को केंद्र और पंजाब सरकार से पूछा कि वे पंजाब में जल स्तर को बहाल करने के लिए धान की फसन को धीरे-धीरे खत्म करने के लिए दीर्घकालिक उपाय के रूप में क्या कदम उठा रही है। और यह स्पष्ट किया है। वह चाहते हैं कि खेतों में लगने वाली आग रुके। कोर्ट ने राज्यों से प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए उठाए गए कदमों पर परिणाम दिखाने को कहा और मामले की सुनवाई 21 नवंबर को तय की है।
.jpg)
दिल्ली, नोएडा, गुड़गांव और एनसीआर के अन्य इलाकों में रात भर हुई बारिश का जिक्र करते हुए जस्टिस संजय किशन कौल ने कहा कि लोगों को सिर्फ प्रार्थना करनी है, कभी हवा आती है और शहर की आबोहवा साफ रखने में मदद मिलती है तो कभी बारिश होती है। और न्यायमूर्ति कौल ने कहा कि भगवान ने लोगों की प्रार्थनाएं सुनी होंगी और हस्तक्षेप किया होगा किंतु हमें मौजूदा सरकारों को धन्यवाद नहीं कहना चाहिए।
साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम हवा में मौजूद प्रदूषण से राहत चाहते हैं, यह केंद्र और राज्य सरकारों का काम है। दिवाली के पर्व के मौके पर आबोहवा साफ होनी चाहिए। सरकारों को पराली में आग लगने की घटनाओं को रोकना चाहिए।