Uttarakhand Police: 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने सेना और अर्धसैनिक बलों की वर्दी की बिक्री पर रोक लगाने का आदेश दिया है। सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने इलाकों में उन दुकानों की सूची तैयार करें जो सुरक्षा बलों से जुड़ी वर्दी या सामान बेचती हैं।
दुकान मालिकों, खास तौर पर पलटन बाजार जैसे इलाकों में, किसी भी तरह की बिक्री से पहले सख्त जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। इसमें ग्राहकों के आधार और आईडी कार्ड की जांच, फोन नंबर की पुष्टि, पते नोट करना और खरीदार की यूनिट के नाम की पुष्टि करना शामिल है। वर्दी का दुरुपयोग रोकने के लिए पूरी तरह से जांच के बाद ही बेचा जाएगा।
एसएसपी ने कहा, "पहले पुरानी बटालियनें खरीदारी के लिए पलटन बाजार आती थीं। यहां सेना या पुलिस की वर्दी बेचने वाली कई दुकानें हैं। हाल ही में हमने यह देखने के लिए एक रैंडम जांच की कि क्या दुकानें केवल अधिकृत कर्मियों को ही सेना और पुलिस की वर्दी बेच रही हैं। हमने सभी (दुकान मालिकों) से कहा है कि वे ग्राहकों की आईडी ठीक से जांच लें।"
सागर आहूजा नामक एक दुकानदार ने बताया, "आज ही एसएसपी यहां निर्देश देने आए थे कि अगर कोई वर्दी खरीदने आता है तो हमें उसका आधार कार्ड, आईडी कार्ड और फोन नंबर सख्ती से चेक करना होगा। हमें उनके फोन पर कॉल करके देखना होगा कि कॉल उनके पास मौजूद फोन पर जा रही है या नहीं। हमें उनका पता और उनकी यूनिट का नाम नोट करना होगा। इन सबके बाद ही हम किसी को वर्दी बेच सकते हैं।"
पहलगाम आतंकी हमला
अनंतनाग जिले के पहलगाम क्षेत्र में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें 25 भारतीय नागरिक और एक नेपाली नागरिक शामिल हैं। कई अन्य घायल हुए हैं। इस घटना ने पूरे देश में सनसनी फैला दी है, जो जगह कभी अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांति के लिए जानी जाती थी, वह जगह शोक और आक्रोश का स्थल बन गई है। सरकार ने तब से आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने का अपना संकल्प दोहराया है, जिसके तहत कई कूटनीतिक और सुरक्षा उपाय तेजी से लागू किए जा रहे हैं।