Raksha Bandhan: आज रक्षाबंधन का पावन पर्व देशभर में मनाया जा रहा है। यह त्योहार भाई-बहन के अटूट प्रेम, स्नेह, विश्वास और सुरक्षा का प्रतीक है। हिंदू धर्म में इस त्योहार का विशेष महत्व होता है और यह हर वर्ष श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। रक्षाबंधन पर भद्राकाल का विशेष ध्यान दिया जाता है,लेकिन इस वर्ष न तो भद्राकाल का साया रहेगा और न ही पंचक का। हिंदू पंचांग के अनुसार आज रक्षाबंधन पर राखी बांधने के लिए पूरे 7 घंटे और 37 मिनट का समय मिलेगा।
इस तरह बांधे राखी
आज रक्षाबंधन के दिन पूजा के लिए एक थाली में स्वास्तिक बनाकर उसमें चंदन, रोली, अक्षत, राखी, मिठाई, और कुछ ताज़े फूलों के बीच में एक घी का दीया रखें। दीपक प्रज्वलित कर सर्वप्रथम अपने ईष्टदेव को तिलक लगाकर राखी बांधें और आरती उतारकर मिठाई का भोग लगाएं। फिर भाई को पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठाएं। इसके बाद उनके सिर पर रुमाल या कोई वस्त्र रखें। अब भाई के माथे पर रोली-चंदन और अक्षत का तिलक लगाकर उसके हाथ में नारियल दें। इसके बाद "येन बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबल: तेन त्वाम् प्रतिबद्धनामि रक्षे माचल माचल:" इस मंत्र को बोलते हुए भाई की दाहिनी कलाई पर राखी बांधें। भाई की आरती उतारकर मिठाई खिलाएं और उनके उत्तम स्वास्थ्य और उज्जवल भविष्य के लिए भगवान से प्रार्थना करें।
इस समय बांधे राखी
आज श्रावण माह की पूर्णिमा तिथि है और आज के दिन देशभर में राखी का त्योहार मनाया जा रहा है। इस बार रक्षाबंधन पर न तो भद्रा का साया बना हुआ और ना ही पंचक। शास्त्रों में भद्राकाल में राखी बांधना अच्छा नहीं माना जाता है। आज के दिन राहुकाल पर भी राखी नहीं बांधनी चाहिए। अब आज का राहुकाल का समय खत्म हो गया है, ऐसे में दोपहर 01 बजकर 24 मिनट तक राखी बांधने का शुभ मुहूर्त है।
इस समय पर ना बांधे राखी
इस बार गुलिक काल सुबह 5:47 से 7:27 बजे तक रहेगा। यह शनि ग्रह से जुड़ा होता है और इसका असर मिलाजुला हो सकता है, यानी न पूरी तरह शुभ और न ही पूरी तरह अशुभ।वहीं आज के दिन राहुकाल इस दिन सुबह 9:07 से 10:47 बजे तक रहेगा। इस समय को बेहद अशुभ माना जाता है और इसमें कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। इसलिए रक्षाबंधन के दिन इस समय के दौरान राखी बांधने से बचें। पंचांग के अनुसार राखी बांधने का शुभ मुहूर्त आज सुबह 5 बजकर 47 से शुरू हो चुका है जो दोपहर 01 बजकर 24 मिनट तक रहेगा। इस तरह से राखी बांधने के लिए पूरे 7 घंटे और 37 मिनट का समय रहेगा।