MEA: विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ट्रम्प को करारा जवाब दिया है। उन्होंने भारत- पकिस्तान विवाद को लेकर सभी जवाब दिए। उन्होंने कहा की भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने संघर्ष विराम के लिए भारत के DGMO को फोन कर युद्धविराम के लिए निवेदन किया था। साथ ही उन्होंने कहा की संघर्ष विराम के बाद भी भारत सिंधु जल संधि को लेकर अपने बयान पर अटल है। और अपने बयान पर अड़ा रहेगा।
पाकिस्तान को पीओके खाली करना होगा
प्रेस वार्ता में विदेश मंत्रालय ने आगे कहा की कश्मीर पर हमें मध्यस्थता मंजूर नहीं है। पाकिस्तान को पीओके खाली करना होगा। उन्होंने ट्रंप के दावे को नकारते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने से लेकर 10 मई को गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद करने की सहमति तक, भारतीय और अमेरिकी नेताओं के बीच उभरते सैन्य हालात पर बातचीत हुई। इनमें से किसी भी चर्चा में व्यापार का मुद्दा नहीं उठा।
10 मई की सुबह भारतीय सेना ने पाकिस्तान के एयरबेस को तबाह किया
विदेश मंत्रालय ने आगे कहा की 10 मई की सुबह भारतीय सेना ने पाकिस्तान के एयरबेस को तबाह किया गया। इसके बाद पाकिस्तान के सुर बदल गए। पाकिस्तान ने गोलाबारी रोकने और सैन्य कार्रवाई रोकने का फैसला किया। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान को गोलीबारी रोकने पर मजबूर किया। जैसा कि अन्य देशों से हुई वार्ता में भारत ने स्पष्ट संदेश दिया और जनता को भी यही कहा कि भारत ने आतंकी ढांचे को निशाना बनाकर 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमलों का जवाब दिया है।