Chhangur conversion case: अवैध धर्मांतरण के आरोप में एटीएस की ओर से गिरफ्तार किए गए जमालुद्दीन उर्फ छांगुर मामले में प्रवर्तन निदेशालय 14 ठिकानों पर तलाशी ले रहा है, जिनमें से 12 उत्तर प्रदेश के बलरामपुर के उतरौला में और दो मुंबई में हैं। तलाशी आज सुबह 5 बजे शुरू हुई। जानकारी के अनुसार, अवैध धर्मांतरण के आरोपी छांगुर के ठिकानों की पड़ताल बृहस्पतिवार की सुबह से ही शुरू हो गई। एटीएस के साथ ही ईडी की टीम ने भी छानबीन तेज कर दी है। उतरौला पहुंची टीम ने छांगुर से जुड़े करीब 12 ठिकानों की पड़ताल की।
गुर्गों ने एटीएस के गवाह हरजीत कश्यप पर हमला कर दिया
इससे पहले, उतरौला में बुधवार की देर रात एसटीएफ की टीम पहुंची थी। रात करीब 11 बजे उतरौला बस अड्डा रोड पर टीम पहुंची। वहां एक बैंक के सामने खड़ी बाइक पर बैठे एक युवक से एसटीएफ ने पूछताछ की। इसके बाद उसे बैठा लिया। बाद में पता चला एसटीएफ की टीम ने छांगुर के भतीजे सोहराब को हिरासत में लिया है। इस पर आजमगढ़ में धर्मांतरण कराने का आरोप है। इससे पहले, अवैध धर्मांतरण के मामले में बयान न बदलने पर जमालुद्दीन उर्फ छांगुर के गुर्गों ने एटीएस के गवाह हरजीत कश्यप पर हमला कर दिया। उन्हें बुरी तरह से पीटा और हत्या की धमकी दी। पुलिस ने तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ग्राम रसूलाबाद निवासी हरजीत एटीएस के गवाह हैं।
जांच में रमजान का नाम सामने आया
छांगुर के करीबी की तलाश में मंगलवार रात एटीएस की टीम धानेपुर के रेतवागाड़ा पहुंची। जांच में रमजान का नाम सामने आया था। वह कव्वाली सहित अन्य कार्यक्रमों में ढोलक बजाता था। कार्यक्रम के सिलसिले में ही उसकी मुलाकात छांगुर से हुई थी। बताया जाता है कि छांगुर ने रमजान को धर्म परिवर्तन के लिए लोगों को तैयार करने की जिम्मेदारी दी थी। ग्रामीणों के अनुसार वर्ष 2024 में उसकी मौत हो गई। एटीएस ने रमजान के नाम वाले एक अन्य व्यक्ति के बारे में भी जानकारी की। जान-माल की धमकी दी। कहा कि 24 घंटे के अंदर लखनऊ जाकर बयान बदलो। पिटाई करते हुए कह रहे थे कि छांगुर के खिलाफ आवाज उठाने वालों को मिट्टी में मिला दिया जाएगा। प्रभारी निरीक्षक उतरौला कोतवाली अवधेश राज सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।