Air India Tragedy: एअर इंडिया विमान हादसे में मारे गए 270 से अधिक लोगों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए अहमदाबाद सिविल अस्पताल में डीएनए जांच कराई जा रही है। अब तक 135 मृतकों के नमूने परिजनों से मिलाए जा चुके हैं। अस्पताल प्रशासन ने 101 मृतकों के शव परिजनों को लौटा दिए हैं। अन्य मृतकों की पहचान के लिए जांच की प्रक्रिया जारी है।
सिविल अस्पताल में मृतकों की डीएनए जांच
बता दें की हादसे के बाद एअर इंडिया विमान दुर्घटना के बाद अहमदाबाद सिविल अस्पताल में मृतकों की डीएनए जांच कराई जा रही है। अस्पताल के अधीक्षक राकेश जोशी ने बताया कि बीते 12 जून को हुए हादसे के बाद अब तक 135 लोगों के डीएनए का मिलान हो चुका है। 135 में से 101 लोगों के पार्थिव अवशेष संबंधित परिवारों को सौंप दिए गए हैं। जोशी ने बताया कि अन्य मृतकों की पहचान के लिए जांच की प्रक्रिया जारी है।
घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया
एअर इंडिया का अत्याधुनिक विमान- बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 बीते 12 जून को अहमदाबाद के मेघाणीनगर में उड़ान भरने के कुछ ही सेकेंड्स बाद क्रैश हो गया। विमान में सवार 242 लोगों में 12 क्रू के सदस्य थे। यात्रियों में 169 भारतीय नागरिक, 53 ब्रिटिश नागरिक, एक कनाडाई नागरिक और 7 पुर्तगाली नागरिक शामिल थे। हादसे के समय मेघाणीनगर में मौजूद कई लोग हताहत हुए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। एअर इंडिया ने एक करोड़ 25 लाख रुपये मुआवजा देने का एलान किया है। एअर इंडिया विमान संख्या- एआई171 अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रहा था। बोइंग 787-8 एयरक्राफ्ट वीटी-एएनबी श्रेणी का था। इस हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का भी निधन हो गया। फ्लाइट क्यों क्रैश हुई इसका पता लगाने के लिए जांच जारी है।