Dr. Syama Prasad Mukherjee Birth Anniversary: महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और भारतीय जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पार्क रोड स्थित सिविल हॉस्पिटल पहुंचे उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की और यहां पर मौजूद सभा को संबोधित किया।
सभा को संबोधित करते समय सीएम ने कहा भारत के लिए डॉ. श्याम प्रसाद मुखर्जी ने जो संकल्प लिए थे, वे सभी सरकार एक-एक कर पूर्ण कर रही हैं। इस दौरान डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद रहे।
CM योगी की बड़ी बातें
-डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर उन्हें याद करते हुए सीएम ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि स्वतंत्र भारत की पहली सरकार ने तुष्टिकरण की नीति पर चलना शुरू किया तो उन्होंने कैबिनेट से इस्तीफा देकर भारतीय जनसंघ की स्थापना की।
- डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का सरकार से मतभेद उस समय भी देखने को मिला था, जब तत्कालीन नेहरू सरकार ने भारत के संविधान में जबरन अनुच्छेद 370 जोड़कर देश की संप्रभुता और सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का प्रयास किया था। उस समय जनसंघ के संस्थापक ने जमकर विरोध किया था। उस समय उन्होंने नारा दिया था एक देश के दो प्रधान, दो विधान और दो निशान नहीं चलेंगे।
नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचार को आगे बढ़ाया
सीएम योगी ने कहा कि भारत के प्रति डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की सोच को पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में प्रभावी ढंग से लागू किया जा रहा है। लंबे समय से जम्मू कश्मीर पर लागू अनुच्छेद 370 को हटाने का काम मोदी सरकार ने 5 अगस्त 2019 को समाप्त किया। जिससे आज जम्मू और कश्मीर विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है।
डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने केवल 35 वर्ष की आयु में कोलकाता विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में शिक्षा क्षेत्र अनेक उल्लेखनीय कार्य किए। आजादी के पहले बंगला में आई अकाल की त्रासदी के समय भी उन्होंने मानवता की सेवा का उदाहरण प्रस्तुत किया। वे एक महान देशभक्त, प्रखर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और प्रख्यात शिक्षाविद थे। आजादी के आंदोलन में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। लखनऊ में डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 123 वीं जयंती मनाई गई।