देहरादून: भारत के 27वें राज्य के रूप में उभरा उत्तराखंड (Uttarakhand) मंगलवार को अपना 21वां स्थापना दिवस मना रहा है। आज ही के दिन यानी 9 नवंबर 2000 को उत्तर प्रदेश (Uttarpradesh) से काटकर उत्तराखंड का निर्माण किया गया था। आज आयोजित होने वाले राज्य स्थापना दिवस समारोह को 'उत्तराखण्ड महोत्सव' (Uttrakhand Festival) के रूप में मनाया जा रहा है। यह आयोजन पूरे छह दिनों तक यानी 9 नवंबर से 15 नवंबर तक चलेगा। आज के दिन गौरव पुस्कार की भी श, रुआत की जाएगी।
सीएम धामी ने दी प्रदेश वासियों को दी शुभकामनाएं
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी(CM Pushkar Singh Dhammi) ने प्रदेश वासियों को राज्य स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देने के साथ-साथ धामी ने राज्य निर्माण के सभी अमर शहीदों, आंदोलनकारियों और देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर जवानों और हाल ही में राज्य में आई आपदा में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। इस दौरान उन्होंने राज्य निर्माण में उत्तराखंड की मजबूत नींव रखने वाले पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेई को भी नमन किया।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ (CM Yogi Adityanath) ने भी ट्वीट कर शुभकामनाएं और बधाई दी हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि "प्राकृतिक सुरम्यता व सुष्मिता से पूरित तथा सनातन संस्कृति के अनेक प्रतीकों को संजोए देवभूमि उत्तराखंड राज्य के स्थापना दिवस की सभी उत्तराखंड वासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं. ईश्वर से प्रार्थना है कि यह रमणीय प्रदेश प्रगति-पथ पर निरंतर गति करता रहे है।"
एक हफ्ते तक चलेगा महोत्सव
यह महोत्सव एक हफ्ते तक चलेगा। इस दौरान राजधानी से लेकर स्थानीय पंचायत स्तर तक कार्यक्रमों को आयोजित किया जाएगा। वहीं, राज्य स्थापना दिवस पर “उत्तराखंड गौरव पुरस्कार” (Uttrakhand Gaurav Award) की भी शुरुआत की जा रही है जिसमें राज्य की अलग-अलग जगहों से उल्लेखनीय योगदान देने वाले 5 प्रतिष्ठित लोगों को पुरस्कृत किया जाएगा।
उत्तराखंड का निर्माण
9 नवंबर साल 2000 में उत्तर प्रदेश से कटकर उत्तराखंड का निर्माण हुआ था। इसका निर्माण उत्तर प्रदेश के उत्तर पश्चिमी के काफी सारे जिलों को जोड़कर किया गया था। इसके अलावा हिमालय माउंटेन रेंज के कुछ हिस्से को भी इसमें शामिल किया गया था। इस साल देश में 21वां उत्तराखंड फाउंडेशन दिवस मनाया जा रहा है। जानकारी के लिए बता दें कि पहले उत्तराखंड को उत्तरांचल (Uttranchal) नाम से जाना जाता था, लेकिन 2007 में इसका नाम बदल कर उत्तराखंड कर दिया गया।
नहीं है कोई स्थाई राजधानी
राज्य की स्थापना के 21 साल बाद भी अब तक उत्तराखंड को स्थायी राजधानी नहीं मिली है। आज भी देहरादून राज्य की अस्थायी राजधानी है। वहीं, बीजेपी सरकार के कार्यकाल में गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया गया था।