QUAD देशों के शीर्ष नेताओं का पहला शिखर सम्मेलन हुआ। इस वर्चुअल सम्मेलन में पीएम मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के अलावा जापान और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने भी हिस्सा लिया। इस सम्मेलन के दौरान हाल के वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत-चीन तनाव का मुद्दा भी उठा। इस पूरे मामले पर QUAD के सदस्य देशों के नेताओं ने भारत के पक्ष पर समर्थन और सहानुभूति जताते हुए बात की।
जून 2021 में ब्रिटेन की मेज़बानी में होनेवाली G7 शिखर बैठक के दौरान QUAD नेताओं की दूसरी बैठक सम्भव है। हालांकि अमेरिका ने भी शिखर बैठक की मेजबानी की इच्छा जताई है। इस बारे में अभी फैसला लिया जाना है।
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने QUAD शिखर सम्मेलन को लेकर प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि यह भी फैसला हुआ है कि इस साल अभी नेता एक बार आमने-सामने कई मुलाकात के लिए भी मिलेंगे। शिखर सम्मेलन का आयोजन अमेरिका ने किया था। राष्ट्रपति बाइडेन का यह पहला बहुपक्षीय आयोजन था।
हर्षवर्धन ने कहा कि हिंद प्रशांत क्षेत्र के मुक्त, अबाध, समृद्ध स्वरूप के लिए हम सभी साझेदार हैं। पीएम ने कहा कि QUAD वैश्विक भलाई का एक मंच है। श्रृंगला ने आगे कहा कि बैठक में कोविड-19 के खिलाफ टीकों की साझेदारी से लेकर समुद्री सुरक्षा के मुद्दों तक कई विषयों पर खुले तौर पर बात हुई। विदेश सचिव ने आगे कहा कि बैठक के बाद वैक्सीन के सहयोग प्रयास पर सभी ने सहमति जताई। भारत ने अब तक 70 देशों को टीकों की आपूर्ति की है। नए प्रयास के तहत भारत में वैक्सीन की नई क्षमताएं विकसित की जाएंगी।
उन्होंने कहा कि क्वाड वैक्सीन प्रयास में सबकी साझा क्षमताओं के इस्तेमाल पर ज़ोर दिया गया है। अमेरिका की तकनीकी क्षमताओं और भारत की निर्माण क्षमताओं का मेल होगा। अमेरिका के वैक्सीन भारत में बनेंगे। इसके जरिए हिन्द प्रशांत क्षेत्र के क़ई देशों और द्वीप मुल्कों को बड़ा लाभ मिलेगा।