भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार को साल 2020 के लिए 119 लोगों को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया। जिसमें कर्नाटक के होनाली गांव के रहने वाली पर्यावरणविद तुलसी गौड़ा को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया है। वह अब तक पूरे 30 हजार से अधिक पौधे लगा चुकी हैं, और वह वन विभाग की नर्सरी की देखभाल भी करती हैं। उनके इसी सराहनीय काम और समाजसेवी भावना को देखते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस अवसर पर तुलसी गौड़ा को पद्मश्री पुरस्कार के लिए बधाई दी।
इतना ही नहीं भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस पर एक ट्वीट भी किया गया। उनके ट्वीट में लिखा था कि राष्ट्रपति कोविंद ने सामाजिक कार्य के लिए श्रीमती तुलसी गौड़ा को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया है। वह कर्नाटक की एक पर्यावरणविद् हैं, जिन्होंने 30,000 से अधिक पौधे लगाए हैं और पिछले 6 दशकों से पर्यावरण संरक्षण गतिविधियों में सम्मिलित हैं। समाचार एजेंसी के मुताबिक, तुलसी गौड़ा कर्नाटक में हलक्की आदिवासी समुदाय से हैं। तुलसी गौंडा को पौधों और जड़ी-बूटियों की विविध प्रजातियों के अपने विशाल ज्ञान के कारण उन्हें 'इनसाइक्लोपीडिया ऑफ फॉरेस्ट' के रूप में भी जाना जाता है।