देश में सर्दीयां आते ही वायु प्रदूषण की समस्या भी बढ़ने लगती है। कई शहरों में एयर क्वालिटी इतनी खराब हो गई है कि सांस लेने में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उत्तर भारत के ज्यादातर शहरों में यही हाल बना हुआ है। इन शहरों में AQI बहुत खराब स्थिति में पहुंच गया है। और नोएडा में आज भी AQI के लिहाज से हवा की गुणवत्ता काफी खराब है। वहीं पंजाब में पराली के धुएं के चलते राज्य के कई शहर सबसे खराब AQI की सूची में शामिल है।
दिल्ली में वायु गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी को देखते हुए केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को कहा कि 'पंजाब सरकार को राज्य में पराली जलाने के मामलों को कम करने के लिए काम करना चाहिए।' पुरी ने आगे दिल्ली में वायु प्रदूषण पर कहा, 'प्रदूषण हर जगह एक मुद्दा है। कुछ जिम्मेदारियां हैं जो एक चुनी हुई सरकार को निभानी होती हैं। वे पंजाब में भी हैं, पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं को देखें।'
दिल्ली सरकार ने सभी प्राथमिक स्कूल बंद किए
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए शनिवार से दिल्ली के सभी प्राथमिक स्कूलों को बंद करने की घोषणा की। स्मॉग की वजह से दिल्ली सरकार को अपने आधे कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम करने के लिए भी कहा है।
नोएडा सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर मे शामिल
राष्ट्रीय राजधानी में हवा की गुणवत्ता शनिवार को तीसरे दिन 'गंभीर' श्रेणी में है। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार दिल्ली में AQI 431 है, एयरपोर्ट (T3) क्षेत्र में AQI 453 , गुरुग्राम में AQI 478 और नोएडा में AQI 529 (गंभीर) श्रेणी में है।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार को दिल्ली में गंभीर धुंध की जांच के लिए कदम उठाने के लिए काम करना चाहिए। दिल्ली, चरखी दादरी, जींद, मानेसर, फरीदाबाद समेत तमाम जगहों पर हालत बेहद गंभीर है। इसके लिए आप जिम्मेदार नहीं है। किसी राज्य की हवा केवल उस राज्य में नहीं रहती है। उन्होंने कहा कि केंद्र को इस संबंध में कदम उठाना चाहिए।