राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने अफगानिस्तान (Afghanistan) की तालिबान सरकार (Taliban Govt) से अपील की है कि वह दो साल से अफगान में बंधक अमेरिकी नौसैनिक मार्क फ्रेरिच (US Marine Mark Frerich) को तत्काल रिहा कर दे। इस पर बाइडन ने एक बयान जारी कर कहा कि सिविल इंजीनियर फ्रेरिच अफगानिस्तान में करीब एक दशक से ज्यादा समय से जनता की मदद कर रहे थे। उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है फिर भी उन्हें तालिबान ने उन्हें बंधक बनाकर रखा है। तालिबान की यह क्रूरता बर्दाश्त नहीं की जा सकती है।
मार्क फ्रेरिच को बंधक बनाए जाने के दो साल पूरे होने पर सोमवार को बाइडन ने कहा कि 'अमेरिकी लोगों या किसी भी निर्दोष नागरिक की सुरक्षा को खतरा हमेशा अस्वीकार्य है। हमारा मानना है कि बंधक बनाना क्रूरता और कायरता का कार्य है। फ्रेरिच अमेरिका के इलिनॉय के रहने वाले हैं। फ्रेरिच का परिवार बीते दो सालों से यह दर्द सह रहा है और उनकी सुरक्षा के लिए प्रार्थना कर रहा है। वह सोच रहा है कि वह कहां व किस हालत में है। उनकी वापसी के इंतजार में है।'
अमेरिकी राष्ट्रपति ने आगे कहा कि 'तालिबान सरकार को मान्यता एवं वैधता प्राप्त करने की अपनी आकांक्षाओं पर किसी भी प्रकार की उम्मीद करने से पहले फ्रेरिच को रिहा कर देना चाहिए। इसको लेकर कोई बातचीत नहीं होगी। अमेरिकियों या किसी भी निर्दोष नागरिक की सुरक्षा को खतरा कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इसके साथ ही बाइडन ने चेतावनी दी है कि फ्रेरिच व दूसरे देशों में गलत ढंग से बंधक बनाए गए अन्य सभी अमेरिकी जब तक अपने घर नहीं लौट जाते तब तक उनकी सरकार इस मामले में लगातार कदम उठाती रहेगी।'
जानकारी के लिए आपको बता दें कि तालिबान ने 15 अगस्त 2021 को अफगानिस्तान पर फिर से कब्जा कर लिया था। पूरे 20 साल बाद अमेरिका ने अफगानिस्तान को उसके हवाले कर अपनी सेना को वहां से वापस बुला लिया था। उसके बाद से अफगानिस्तान भारी आर्थिक, मानवीय व सुरक्षा संकट के दौर से गुजर रहा है। दुनियाभर में अफगान सरकार की संपत्तियों को जब्त करने, विदेशी मदद स्थगित होने व तालिबान पर अंतरराष्ट्रीय पाबंदियों के चलते पहले से बेहद गरीबी झेल रहा अफगानिस्तान बड़े ही वित्तीय संकटों का सामना कर रहा है।