केंद्र के नए कृषि कानूनों के को लेकर सरकार और किसानों के बीच की तकरार खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। आज किसानों का धरना धरना-प्रदर्शन 28 वें दिन में प्रवेश कर गया है। किसान अपने मांग से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। सरकार ने किसानों को बातचीत के लिए आमंत्रित किया है। ऐसे में किसान संगठन सरकार की ओर से बातचीत के प्रस्ताव को लेकर आई चिट्ठी का आज जवाब भेज सकते हैं। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि किसान संगठन सरकार से बात करने को तैयार हैं या नहीं।
कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने कुंडली बॉर्डर पर जीटी रोड जाम कर दिया है। जिसके कारण आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने धरनास्थल से करीब छह किलोमीटर पीछे प्रीतमपुरा के पास ही जीटी रोड के साथ-साथ सर्विस रोड को भी पूरी तरह से जाम कर दिया है। यहां से दोपहिया वाहनों को भी आगे नहीं जाने दिया जा रहा है। इसके अलावा मंगलवार को युवा किसानों ने केजीपी (कुंडली-गाजियाबाद-पलवल) एक्सप्रेस-वे से जीटी रोड पर दिल्ली की ओर उतरने वाले रोड को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया। ऐसे में कुंडली, प्याऊ मनियारी व आसपास के क्षेत्र में काम करने वाले या रहने वाले लोगों के लिए अब समस्या खड़ी हो गई है। यहां से लोग पैदल ही आवागमन कर सकते हैं।
किसान संगठनों की बैठक बेनतीजा रही
सरकार के प्रस्ताव पर मंगलवार को किसान संगठनों की हुई बैठक भी बेनतीजा रही। किसान संगठन प्रस्ताव को लेकर किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सके। बताया जा रहा है कि कुछ किसान संगठन सराकर से आगे बातचीत करने के लिए तैयार हैं जबकि कुछ संगठन इसको लेकर तैयार नहीं हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि आज किसान संगठन सरकार को जो जवाब भेजने वाले हैं उसमें किस बात पर सहमति बनी है।