Difference between Red Orange Yellow alerts IMD: दिल्ली-एनसीआर में रेड अलर्ट के दौरान कई जगहों पर तेज बारिश से कई जगह पानी जमा हो गया। मौसम विभाग की ओर से जारी रेड अलर्ट, ऑरेंज अलर्ट और येलो अलर्ट को चेतावनी के तौर पर जारी किया जाता है, जो मौसम के पूर्वानुमान से मिल रहे खतरे के आधार पर अलग-अलग होते हैं। दिल्ली-एनसीआर में बीती रात अचानक रेड अलर्ट जारी किया था। मौसम विभाग की ये वार्निंग दिल्ली-एनसीआर के साथ-साथ यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, पानीपत, हिसार, जिंद, सोनीपत, रोहतक, भिवानी, झज्जर, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, पलवल, नूंह और गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, मेरठ), और राजस्थान के कुछ हिस्सों के लिए जारी हुई थी।
रेड अलर्ट Red Alert क्या? दिल्ली एनसीआर में क्यों जारी?
मौसम विभाग रेड अलर्ट तब जारी करता है, जब अत्यधिक भारी बारिश, भयंकर तूफान का अनुमान होता है। मौसम की यह स्थिति जीवन और संपत्ति के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकती है। बड़े पैमाने पर नुकसान की आशंका होती है। दिल्ली एनसीआर में बीती रात पश्चिम/उत्तर-पश्चिम से दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में तूफान और तेज बारिश के आने की भविष्यवाणी की थी। अलर्ट के अनुसार, हल्की से मध्यम बारिश, तीव्र गरज-चमक, और संभावित ओलावृष्टि की चेतावनी शामिल थी, जो क्षेत्र में बड़े पैमाने पर व्यवधान का कारण बन सकती थी। यह रेड अलर्ट 2-3 घंटों के लिए था।
येलो अलर्ट (Yellow Alert)
मौसम विभाग का येलो अलर्ट भी संभावित खराब मौसम की स्थिति को दर्शाता है। हालांकि इसमें मौसम खराब हो सकता है, लेकिन खतरा गंभीर नहीं है। यह सामान्य गतिविधियों को प्रभावित कर सकता है। हल्की से मध्यम बारिश, आंधी, या तेज हवाओं का अनुमान होता है। इसमें मौसम विभाग केवल सतर्क रहने, मौसम के अपडेट्स पर नजर रखने और छोटी-मोटी सावधानियां बरतने का सुझाव देता है।