सड़क से अपनी गाड़ी लेकर निकलना हो तो हाईवे पर टोल टैक्स भरने की टेंशन ज्यादा रहती है। टोल टैक्स के तौर पर भारी भरकम राशि जो भरनी पड़ती है। दिल्ली से अगर उत्तर प्रदेश के सबसे नजदीक राज्य भी क्यों न जाना हो टोल टैक्स आपको मिल ही जाता है। ऐसे में 10-20 किलोमीटर चले नहीं कि टोल टैक्स रास्ता रोक लेता है। वहीं, अगर आपके भी रास्त में टोल टैक्स पड़ता है तो आपके लिए इससे जुड़ी बातों को जान लेना जरूरी है।
दरअसल, केंद्रीय सरकार की ओर से टोल टैक्स को लेकर कई गाइडलाइन पेश की जा चुकी है। साथ ही इसे लेकर कैटेगरी भी बनाई गई है। जिसमें शामिल लोगों को टोल टैक्स भरने की जरूरत नहीं है। इन कैटेगरी में पहले 9 लोगों को शामिल किया गया था, जबकि इसे बढ़ाकर अब 25 कर दिया गया है। इनमें सरकारी कर्मचारी से लेकर लाश ले जा रही गाड़ियां तक शामिल हैं, जिन्हें टोल टैक्स नहीं भरना पड़ता है। आइए आपको टोल टैक्स फ्री 25 श्रेणी के बारे में बताते हैं...
राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मंत्रियों, सांसद मंत्री, जज-मजिस्ट्रेट, बड़े-बड़े अधिकारी, रक्षा, पुलिस, फायर फाइटिंग, एंबुलेंस, शव वाहन, मजिस्ट्रेट, सचिव, विभिन्न मंत्रालयों के अधिकारी, विभिन्न विभागों के सचिव, चुनिंदा राज्य और केंद्र सरकार के अधिकारी, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी और इनके अलावा वो लोग भी शामिल हो सकते हैं जिन्हें राज्य सरकारों द्वारा छूट दी जाती है।
भारत की सरकार द्वारा पूरे देश के टोल प्लाजा पर 15 फरवरी, 2021 से फास्टैग को जरूरी कर दिया गया है। ऐसे में टोल टैक्स भरने के लिए लोगों को लंबी कतारों से छुटकारा मिल पाया है। हालांकि, इस दौरान टोल टैक्स भरने पर घपला भी देखा जा रहा है। ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां लोग छोटी गाड़ियों का फास्टैग बड़ी गड़ियों में लगा लेते हैं और फिर उसी से टोल प्लाजा भरकर निकल लेते हैं। ऐसे में सरकार को भारी नुकसान हो रहा है।