मन की बात का आज 102वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेडियो के जरिए जनता को संबोधित किया। जिसमें उन्होंने कहा कि ‘मन की बात’ हर महीने के आखिरी रविवार को आपके पास आती है, लेकिन इस बार यह एक हफ्ते पहले हो रही है।आप सभी जानते हैं। मैं अगले हफ्ते अमेरिका में रहूंगा और वहां कार्यक्रम काफी व्यस्त होने वाला है और इसलिए मैंने सोचा कि मैं जाने से पहले आपसे बात कर लूं, इससे बेहतर क्या हो सकता है। पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम को आज देशभर के दस लाख बूथों पर सुना गया। मन की बात कार्यक्रम में पीएम चक्रवात बिपरजॉय, जल संरक्षण, टीबी मुक्त अभियान समेत कई खास मुद्दों पर बात की।
- पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने संकल्प किया है 2025 तक टी.बी. मुक्त भारत बनाने का लक्ष्य रखा है। आगे उन्होंने कहा एक समय था जब टी.बी. का पता चलने के बाद परिवार के लोग ही दूर हो जाते थे, लेकिन ये आज का समय है, जब टी.बी. के मरीज को परिवार का सदस्य बनाकर उनकी मदद की जा रही है।
- पीएम मोदी ने आपातकाल समय को भी याद करते हुए कहा कि...“भारत लोकतंत्र की जननी है, मदर ऑफ़ डेमोक्रेसी है। हम, अपने लोकतांत्रिक आदर्शों को सर्वोपरि मानते हैं, अपने संविधान को सर्वोपरि मानते हैं, इसलिए, हम 25 जून को भी कभी भुला नहीं सकते। यह वही दिन है जब हमारे देश पर इमरजेंसी थोपी गई थी।
जिस दिन आपातकाल लगाया गया था। यह भारत के इतिहास का एक काला काल था। लाखों लोगों ने अपनी पूरी ताकत से आपातकाल का विरोध किया। उस दौर में लोकतंत्र के समर्थकों पर इतना अत्याचार किया गया था कि आज भी मन कांप उठता है। आज जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मनाते हैं तो हमें ऐसे अपराधों को भी देखना चाहिए। यह युवा पीढ़ी को लोकतंत्र का अर्थ और महत्व सिखाएगा।
- इसके अलावा पीएम ने कच्छ पर मुसीबत बनकर आए बिपारजॉय के बारे में भी बात की..“कच्छ के लोग जल्द ही ‘बिपारजॉय’ की तबाही से उबर जाएंगे”।
वहां के लोगों ने जिस मजबूती से उसका मुकाबला किया, वह अभूतपूर्व है। आगे उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं पर किसी का जोर नहीं होता, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में भारत ने आपदा प्रबंधन की जो ताकत विकसित की है, वह आज एक उदाहरण बन रही है।
- मन की बात में पीएम ने आने वाले योग दिवस के थीम के बारे में भी बताया और कहा कि इस वर्ष योग दिवस की थीम है – “योग फॉर वसुधैव कुटुम्बकम” यानी ‘एक विश्व-एक परिवार’ के रूप में सबके कल्याण के लिए योग। यह योग की उस भावना को व्यक्त करता है, जो सबको जोड़ने वाली और साथ लेकर चलने वाली है”।
- पीएम मोदी मन की बात में हापुड की नीम नदी का जिक्र किया। बात दें कि हापुड की नीम नदी विलुप्त होने के कगार पर थी। वरिष्ठ पर्यावरणविद् नवीन प्रधान और नदियों के संरक्षण पर काम कर रहे नीर फाउंडरेशन रमन कांत त्यागी के अथक प्रयास से नीम नदी पुनर्जीवित हुई।
- 'हापुड़ जिले में एक विलुप्त नदी को पुनर्जीवित किया गया है। एक सामूहिक प्रयास से नीम नदी फिर से जीवंत होने लगी है। नदी के उद्गम स्थल अमृत सरोवर को विकसित किया जा रहा है। मन की बात की 102वीं कड़ी में पीएम मोदी ने कहा कि बडे से बड़ा लक्ष्य कठिन से कठिन चुनौती, सामूहिक शक्ति से जीती जाती है।
- पीएम के कार्यक्रम मन की बात को देशभर में आम जनता के साथ कई दिग्गज नेताओं ने भी इस कार्यक्रम को सुना।