भारत ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में गुरुवार की देर शाम हुए सिलसिलेवार धमाकों की कड़े शब्दों में निंदा की है। साथ ही इस धमाके में मारे गए लोगों के प्रति शोक व्यक्त किया है। भारत ने इस घटना को मानवता के खिलाफ बताते दुनियाभर के देशों को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया है।
भारत के विदेश मंत्रालय ने काबुल एयरपोर्ट के बाहर हुए सिलसिलेवार धमाकों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम इन विस्फोटों की निंदा करते हैं। इस आतंकी हमले में मारे गये लोगों के प्रति शोक संवेदनाएं प्रकट करते हैं। इस हमले के बाद जरूरी हो गया है कि पूरी दुनिया आतकंवाद और आतंकियों को सुरक्षित शरण देने वालों के खिलाफ एकजुट हो।
बता दें कि इससे पहले भारत ने यूएनएससी की बैठक में भी दुनियाभर के देशों को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने के लिए कहा था। यूएनएससी की बैठक को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि भारत का मानना है कि आतंकवाद को किसी धर्म, राष्ट्रीयता, सभ्यता या जातीय समूह से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। यह किसी भी रूप में हो, इसे न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा था कि आज कुछ देश आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को कमजोर करने में जुटे हैं, लेकिन दुनिया को आतंकवाद की बुराई से कभी समझौता नहीं करना चाहिए।
यूएनएससी की बैठक के बाद अमेरिकी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर के बीच बातचीत हुई। दोनों ने अफगानिस्तान के मसले पर चर्चा की और आगे भी समन्वय बनाकर काम करने का फैसला किया है।' इसके अगले दिन जर्मनी ने भी अफगानिस्तान मसले पर भारत के साथ समन्वय बनाकर काम करने की बात कही थी।