नशे की लत में अच्छे से अच्छे इंसान को आपने बर्बाद होते हुए देखा होगा या फिर सुना होगा। ठीक ऐसी ही कहानी है शाहपुर के नंगली में रहने वाले अब्दुर रब उर्फ नैन की, 27 साल के अब्दुल पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। उसने बेंगलुरु के टॉप कॉलेज से एमटेक किया और वहीं पर एक मल्टीनैशनल कंपनी में नौकरी मिल गई। कुछ समय तक तो बहुत अच्छा चला लेकिन एक पल में मानों सब कुछ बदल गया हो।
अब्दुल को हेरोइन की लत ने ऐसे जकड़ा कि, 86 हजार रुपये की सैलरी भी चंद दिनों में खत्म होने लगी। इसके बाद वह नौकरी छोड़कर घर लौट आया। कुछ दिन गुमसुम रहा। फिर नाइजीरियन गैंग की संगति में पड़ गया। दिल्ली से नशे की खेप लेता और मेवात में सप्लाई करता। अब्दुल अब सलाखों के पीछे है।
नूंह के एंटी नारकोटिक्स सेल ने अब्दुल को गिरफ्तार किया। वह शाहपुर नंगली का रहने वाला है। एक साल से दिल्ली से मेवात में हेरोइन तस्करी का उस पर आरोप है। क्राइम ब्रांच और एंटी नारकोटिक्स सेल इंचार्ज सुरेंद्र सिद्धु ने बताया कि, 2 दिन की रिमांड पर लेकर अब्दुल से पूछताछ की गई। पढ़ाई में तेज होने की वजह से बड़ी कंपनी में उसे सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी मिल गई। यहां से उसे हेरोइन की लत लगी।
दिल्ली का यह गैंग अब्दुल को 100 ग्राम हेरोइन देता। इसे बेचने पर 10 पर्सेंट के हिसाब से करीब एक लाख रुपये का कमीशन देता था। पुलिस अब नाइजीरियन गैंग के बारे में जानकारी जुटा रही है। अब्दुल को 16 दिसंबर की रात गिरफ्तार किया गया था।