अमेरिका में कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में कोरोना के चलते अमेरिका में एक दिन में हजारो लोगों की जान जा रही है। इस बीच अमेरिका को कोरोना से निपटने में अब तक कारगर माने जा रहे हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन का निर्यात कर भारत ने अपना वादा निभा दिया है। भारत से एंटी मलेरिया दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की एक खेप शनिवार को अमेरिका पहुंची। इस बात की जानकारी अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने दी।
बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अनुरोध पर इस हफ्ते की शुरुआत में भारत ने US को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की 35.82 लाख गोलियों के निर्यात को मंजूरी दे दी थी। इसके साथ दवा के निर्माण में आवश्यक नौ टन फार्मास्यूटिकल सामग्री या एपीआई भी भेजी गई है।
दरअसल, अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने ट्वीट कर बताया, 'कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में हमारे सहयोगियों को हमारा पूरा सहयोग है। भारत से हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की खेप आज नेवार्क हवाई अड्डे पर पहुंची।'
Supporting our partners in the fight against #Covid19. Consignment of hydroxichloroquine from India arrived at Newark airport today. pic.twitter.com/XZ6utQ6JHr
आपको बता दें कि अमेरिका और कुछ अन्य देशों की मदद करने के लिए भारत ने कुछ दिन पहले ही मलेरिया-रोधी हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा के निर्यात पर लगा प्रतिबंध मानवीय आधार पर हटा दिया था।