प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 5 अप्रैल रात 9 बजे 9 मिनट के लिए मोमबत्ती, दीया, मोबाइल की फ्लैशलाइट और टोर्च जलने की अपील पर एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आपत्ति जताई है। ओवैसी ने पीएम मोदी की इस अपील को 9 मिनट की नौटंकी करार दिया है। बता दें कि प्रधानमंत्री की इस अपील को लेकर विपक्ष के अलग-अलग राजनीतिक दलों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
इस कड़ी में असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर लिखा, 'यह देश इवेंट मैनेजमेंट कंपनी नहीं है। भारत के लोग ऐसे इंसान हैं जिनके सपने और उम्मीदें भी हैं। 9 मिनट की नौटंकी में हमारे जीवन को कम मत करो।' उन्होंने पीएमओ को ट्वीट टैग करते हुए आगे लिखा, 'हम जानना चाहते थे कि राज्यों को क्या सहायता मिलेगी और गरीबों को क्या राहत मिलेगी, लेकिन इसके बजाय हमें कुछ नया नाटक मिला।'
एक अन्य ट्वीट में ओवैसी ने लिखा, 'यह ट्यूब-लाइट विचार वास्तव में अद्वितीय था। पूरे भारत में लाखों भूखे, गरीब और बेघर प्रवासियों के रूप में अपने घरों के लिए जा रहे है। मैं पूछना चाहता हूं, प्रकाश कहां है।' उन्होंने लिखा, 'मुझे पता है कि आप केवल पॉजिटिव वाइब्स चाहते हैं और कुछ मुद्दों को उठाना नहीं चाहते हैं, लेकिन प्रकाश कहां है?'
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अपने एक वीडियो संदेश में देशवासियों से कोरोना महामारी के खिलाफ एकजुटता प्रदर्शित करने का आह्वान करते हुए 5 अप्रैल रविवार को रात 9 बजे 9 मिनट के लिए घर की सभी लाइटें बंद करके घर के दरवाजे पर या बालकनी में खड़े रहकर मोमबत्ती, दीया, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाने का आग्रह किया है।