प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को एनआरजी स्टेडियम में जोश और जज्बे से भरपूर 50 हजार लोगों और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मौजूदगी में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले से बौखलाए पाकिस्तान पर करारा वार किया है। अमेरिकी धरती से पीएम ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पर तंज कसते हुए कहा, कुछ लोग ऐसे हैं, जिन्हें अनुच्छेद 370 से दिक्कत है। जिनसे अपना देश संभल नहीं रहा है। ये वे लोग हैं जो अशांति चाहते हैं, आतंक के समर्थक हैं, आतंक को पालते पोसते हैं, उनकी पहचान सिर्फ आप ही नहीं पूरी दुनिया अच्छे से जानती है। इन लोगों ने भारत के प्रति नफरत को ही अपनी राजनीतिक का केंद्र बना लिया है।
उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ ''निर्णायक लड़ाई" का भी आह्वान किया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उपस्थिति में 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम में आतंकवाद के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए यह बात कही। उन्होंने पाकिस्तान और उसके प्रधानमंत्री इमरान खान का नाम लिए बिना दोनों पर निशाना साधा।
मोदी ने कहा, “अनुच्छेद 370 ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद एवं अलगाववाद को बढ़ावा दिया।” उल्लेखनीय है कि मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 की अधिकतर धाराओं को पांच अगस्त को निरस्त कर दिया और संसद में इस कदम को मंजूरी दी गयी।
प्रधानमंत्री ने इस फैसले का उल्लेख करते हुए कहा कि देश के सामने 70 साल से एक बड़ी चुनौती थी जिसे कुछ दिन पहले भारत ने ''फेयरवेल" दे दिया है। प्रधानमंत्री के इतना कहते ही एनआरजी स्टेडियम में बैठे करीब 50 लोगों ने तालियां बजाकर मोदी सरकार के इस फैसले का समर्थन किया। मोदी ने कहा कि अनच्छेद 370 ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को विकास से और समान अधिकारों से वंचित रखा था। इस स्थिति का लाभ आतंकवाद और अलगाववाद बढ़ाने वाली ताकतें उठा रहीं थीं।
साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इसके प्रावधानों के निरस्तीकरण से क्षेत्र का विकास होगा एवं वहां समृद्धि आएगी तथा महिलाओं, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजातियों के खिलाफ भेदभाव को खत्म करेगा। उन्होंने कहा, “अब भारत के संविधान ने जो अधिकार बाकी भारतीयों को दिए हैं, वहीं अधिकार जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को मिल गए हैं। वहां की महिलाओं-बच्चों-दलितों के साथ हो रहा भेदभाव खत्म हो गया है।”
उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ “निर्णायक जंग” शुरू करने का आह्वान किया और अमेरिका तथा मुंबई के आतंकवादी हमलों का संदर्भ देते हुए कहा, “आपको 9/11 और 26/11 आतंकवादी हमलों के साजिशकर्ता कहां मिलेंगे।” मोदी ने कहा कि सरकार के पास संसद के उच्च सदन में बहुमत नहीं था। इसके बावजूद अनुच्छेद 370 की अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने के फैसले संसद ने दो तिहाई बहुमत से पारित किया।