यूक्रेन (Ukraine) संकट पर अमेरिका (America) अब अकेला रह गया है। अमेरिका को चीन (China) का साथ मिलने की उम्मीद भी अब पूरी तरह खत्म हो गई है। क्योंकि चीन अब रूस के साथ खड़ा हो गया है। रूस का समर्थन करने वाले चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि 'देश की उचित सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लिया जाना चाहिए और समस्या का हल निकाला जाना चाहिए।'
इस पर विओन न्यूज की अमेरिकी विदेश विभाग ने गुरुवार को कहा कि 'विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी से कहा कि यूक्रेन के प्रति रूसी आक्रामकता से वैश्विक सुरक्षा और आर्थिक जोखिम पैदा होंगे। ब्लिंकन ने चीनी विदेश मंत्री से कहा कि संकट को हल करने का एकमात्र तरीका डी-एस्केलेशन एंड डिप्लोमेसी था।'
अमेरिका ने बार-बार इसकी चेतावनी दी है कि रूस ने यूक्रेन की सीमा पर अटैक करने के इरादे से 100,000 से अधिक सैनिकों को इकट्ठा किया है। हालांकि, राष्ट्रपति पुतिन (President Putin) ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है कि रूसी सैनिक देश के अंदर कहीं भी मूव कर सकते हैं।
बता दें कि रूस ने पिछले महीने संयुक्त राज्य अमेरिका और नाटो को एक सुरक्षा दस्तावेज सौंपा थे जिसमें उन्हें यूरोपीय सैन्य गठबंधन में यूक्रेन की भागीदारी का जिक्र करते हुए रूस के पूर्वी क्षेत्र में अपनी सीमा का विस्तार नहीं करने का निर्देश दिया था। हालांकि बाइडेन प्रशासन (Biden Govt) ने कूटनीतिक समाधान की बात कहते हुए रूस की सुरक्षा मांग को खारिज कर दिया है। ब्लिंकन ने यूक्रेन के लिए भविष्य की सदस्यता पर नाटो के रुख को स्पष्ट करते हुए कहा कि 'हमारे दृष्टिकोण से, मैं और अधिक स्पष्ट नहीं कह सकता है। नाटो का दरवाजा खुला है, खुला रहता है और यही हमारी प्रतिबद्धता है।'