Himachal Pradesh:भारत के केन्द्रीय बैंक RBI ने 2000 रुपए के नोटों को लेकर जब से फैसला सुनाया है, कई वर्ग के लोगों में इसे लेकर भारी दहसत देखने को मिल रही है। इसमें कभी दो हजार के नोट को लेकर जारी हुए सर्कुलर के बाद पेट्रोल पंप की नकद बिक्री 90% तक बढ़ी तो कहीं बड़े-बड़े चढ़ावे चढ़ाए गए। हाल ही का मामला मां ज्वालामुखी मंदिर का है। दरअसल, एक भक्त ने 2000 के नोट बंद होने पर मां ज्वालामुखी के दरबार में 2000 के 400 नोट यानी आठ लाख रुपए मां ज्वालामुखी के दरबार में चढ़ा दिए।
अब नोटबंदी के बाद इसी हरकतों को नोटबंदी का लोगों में दहशत कहां जाए या मां ज्वालामुखी के प्रति आस्था की एक भक्त ने 2000 के नोट बंद होने पर मां ज्वालामुखी के दरबार में 2000 के 400 नोट यानी आठ लाख रुपए मां ज्वालामुखी के दरबार में चढ़ा दिए। गौरतलब है कि अभी दो दिन पहले ही केंद्र सरकार ने 2000 के नोट को बंद किया है और उसके तुरंत बाद एक श्रद्धालु द्वारा इतनी बड़ी रक्म 2000 के 400 नोटों की चढ़ाना अपने आप में कई सवाल खड़े करता है।
वहीं मंदिर के कनिष्ठ अभियंता सुरेश कुमार ने बताया कि मां के दरबार में कई ऐसे भक्त आते हैं, जो अकसर बड़ी-बड़ी सौगातें मां के चरणों में अर्पित करते हैं । हालांकि रकम क्षेत्र के लोगों के विकास के साथ-साथ मंदिर में श्रद्धालुओं की सुविधाओं पर खर्च होगी। नगर परिषद ज्वालामुखी के अध्यक्ष धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि यदि मां ज्वालामुखी के दरबार में अगर 2000 के नोट आते हैं, तो निश्चित तौर पर उनका मंदिर को लाभ होगा। मंदिर के विकास कार्यों पर यह पैसा खर्च किया
बता दें कि 2000 रुपए के नोट को चलन से बाहर करने का ऐलान कर दिया है। वहीं वित्त सचिव टी.वी. सोमनाथन ने कहा कि यह नोटबंदी नहीं है, सिर्फ 2 हजार के नोट को रिप्लेस किया जा रहा है। हाालंकि नोट बदलने की खबर आते ही लोगों में इसे लेकर कई तरह की उलझनें और समस्याएं बढ़ गई है। बता दें कि इस बार 2000 रुपए की नोटबंदी का फैसला 2016 की नोटबंदी से अलग है क्योंकि 2000 का नोट बतौर लीगल टेंडर मनी जारी रहेगा। यानी अगर किसी के पास दो हजार रुपए का नोट है तो उसकी मान्यता बनी रहेगा। ऐसे में कोई भी आपके इस नोट को लेने से मना नहीं करेगा। हालांकि इन नोटों को 30 सितंबर तक बैंक में जाकर बदलना होगा।