Raksha Bandhan: रक्षाबंधन भारतीय संस्कृति का एक बेहद पवित्र और भावनात्मक त्योहार है, जो भाई-बहन के प्रेम, विश्वास और सुरक्षा के अटूट रिश्ते को दर्शाता है। यह त्योहार श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है, जब बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है, उसकी लंबी उम्र, सफलता, स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना करती है। बदले में भाई अपनी बहन की रक्षा का वचन देता है और उसे उपहार स्वरूप अपने प्रेम और आभार का प्रतीक देता है। लेकिन रक्षाबंधन केवल एक पारंपरिक परंपरा नहीं है, बल्कि इसमें छुपा है एक गहरा आध्यात्मिक और ज्योतिषीय संकेत भी। भारतीय ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रंगों का हमारे जीवन पर विशेष प्रभाव होता है। हर व्यक्ति की जन्म राशि के अनुसार कुछ विशेष रंग शुभ माने जाते हैं, जो उसके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, सफलता और सौभाग्य को आकर्षित करते हैं।
मेष राशि
मेष राशि के स्वामी मंगल ग्रह हैं, जो लाल रंग का प्रतिनिधित्व करते हैं। लाल रंग ऊर्जा, उत्साह और साहस से भरपूर होता है। इसलिए मेष राशि वाले भाई की कलाई पर लाल रंग की राखी बांधनी चाहिए। यह राखी उनके जीवन में नई ताकत और जोश भर देगी।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के स्वामी शुक्र ग्रह हैं, जो प्रेम और समृद्धि के प्रतीक हैं। सफेद और सिल्वर रंग शांति और खुशहाली लाते हैं। अतः वृषभ राशि वाले भाई की कलाई पर सफेद या सिल्वर रंग की राखी बांधनी चाहिए। यह राखी उनके जीवन में सुख-शांति और समृद्धि लाएगी।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के स्वामी शुक्र ग्रह हैं, जो प्रेम और समृद्धि के प्रतीक हैं। सफेद और सिल्वर रंग शांति और खुशहाली लाते हैं। अतः वृषभ राशि वाले भाई की कलाई पर सफेद या सिल्वर रंग की राखी बांधनी चाहिए। यह राखी उनके जीवन में सुख-शांति और समृद्धि लाएगी।
कर्क राशि
कर्क राशि के स्वामी चंद्रमा हैं, जो मन और भावनाओं के स्वामी हैं। सफेद और पीला रंग शांति और सकारात्मक ऊर्जा देते हैं। अतः कर्क राशि वाले भाई की कलाई पर सफेद या पीले रंग की राखी बांधनी चाहिए। यह राखी उनके मानसिक तनाव को कम करेगी और मन को शांत रखेगी।
ये जानकारी धार्मिक शास्त्रों के अनुसार है। जनता टीवी इसकी पुष्टि नहीं करता।