Himachal News: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के शिलाई क्षेत्र से एक अनोखी खबर सामने आई है, जहां दो सगे भाइयों ने एक ही युवती से शादी की है। यह शादी पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गई है। शादी के कुछ वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि संयुक्त परिवार और जमीन के बंटवारे से बचने की पुरानी परंपरा को कायम रखने के लिए दोनों भाइयों ने यह कदम उठाया। जानकारी के अनुसार, यह शादी 12, 13 और 14 जुलाई को शिलाई गांव में धूमधाम से संपन्न हुई। अंतिम दिन दोनों दूल्हे अपनी दुल्हन के साथ मंच पर नजर आए। शादी में परिवार और गांव के कई लोग शामिल हुए. तीन दिन तक चली इस शादी में ढोल-नगाड़ों के साथ वीडियो शूटिंग भी की गई।
द्रौपदी के पांच पांडवों से विवाह की कथा प्रसिद्ध
सिरमौर और उत्तराखंड के जौनसार-बावर क्षेत्रों में प्राचीन काल में एक महिला से कई पुरुषों के विवाह की परंपरा प्रचलित थी। इस परंपरा के तहत दो या अधिक भाई एक ही युवती से शादी करते थे। हालांकि, समय के साथ यह प्रथा लगभग समाप्त हो चुकी है. 1970 और 1980 के दशक के बाद ऐसी शादियां बहुत कम देखने को मिलीं। इस ताजा मामले ने एक बार फिर इस परंपरा को चर्चा में ला दिया है। कहा जाता है कि इस परंपरा का संबंध पांडवों से भी है, जिनमें द्रौपदी के पांच पांडवों से विवाह की कथा प्रसिद्ध है।
दुल्हन सुनीता का कहना है कि यह मेरा स्वयं का निर्णय
दुल्हन सुनीता का कहना है कि यह मेरा स्वयं का निर्णय था। मुझ पर कोई दबाव नहीं था। मैं इस परंपरा को जानती हूं और इसे अपनी इच्छा से अपनाया है। बता दें कि इस अनूठी शादी में सैकड़ों गांववाले और रिश्तेदार शामिल हुए। तीन दिन तक चले समारोह में पारंपरिक ट्रांस-गिरी व्यंजन परोसे गए और पहाड़ी लोकगीतों पर नृत्य करते ग्रामीणों ने शादी को उत्सव का रूप दे दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि हमारे गांव में ही तीन दर्जन से अधिक परिवारों में दो या तीन भाइयों की एक पत्नी होती है। लेकिन ऐसी शादियां आमतौर पर चुपचाप होती हैं। यह शादी ईमानदारी और गरिमा के साथ सार्वजनिक रूप से मनाई गई, जो इसे खास बनाती है।