ULLU APP: सरकार ने एक चौंकाने वाला फैसला लेते हुए करीब एक दर्जन भारतीय ऐप पर बैन लगा दिया है। इसमें बहुचर्चित उल्लू (ULLU) ऐप भी शामिल है, जिसे देश के करोड़ों लोगों ने डाउनलोड किया है। उल्लू ऐप के फाउंडर अपनी कंपनी का आईपीओ लाने की तैयारी कर रहे थे और इसी बीच ऐप पर बैन लगने की वजह से उनका बिजनेस पूरी तरह ठप होने की आशंका है। चर्चा में आए उल्लू ऐप का आखिर मालिक है कौन और अभी तक इस ऐप से कितना पैसा बनाया. सरकार ने इस पर रोक लगाई क्यों ?
विभु को बिजनेस की फील्ड में अच्छा-खासा अनुभव
आपको जानकर हैरानी होगी कि उल्लू ऐप बनाने वाला कोई फिल्मी जगत का बंदा नहीं, बल्कि एक स्कॉलर है. आईआईटी कानपुर से बीटेक की पढ़ाई करने वाले विभु अग्रवाल ने उल्लू ऐप को बनाया था। विभु को बिजनेस की फील्ड में अच्छा-खासा अनुभव था और उन्होंने कई सफल बिजनेस करने के बाद एंटरटेनमेंट फील्ड में हाथ आजमाया था। विभु ने ग्रेजुएशन के बाद जापान से एमबीए की पढ़ाई की और बायोमेडिकल इन्फॉर्मेटिक्स में पीएचडी करने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी चले गए। वहां साइंस और मेडिकल सेक्टर में अच्छा खास अनुभव लेकर वह इंडिया वापस आए।
उल्लू ऐप की सफलता का अंदाजा
उल्लू ऐप की सफलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि साल 2018 में शुरू हुए इस ऐप को अब तक करीब 11 करोड़ लोगों ने डाउनलोड किया है और आज भी इस पर 5 करोड़ से ज्यादा एक्टिव यूजर हैं। इसका सालभर का सब्सक्रिप्शन करीब 1,000 रुपये में आता है। इतना ही नहीं, कई टेलीकॉम कंपनियां अपने रिचार्ज प्लान में भी इस ऐप को फ्री उपलब्ध कराती हैं।