उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने की बड़ी घटना सामने आई हैं। चमोली जिले के जोशीमठ में ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही हुई है। ग्लेशियर टूटने से यहां बना हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट का बांध टूट गया जिस कारण भारी नुकसान हुआ है। कई गांवों में पानी घुस आया है। पानी बहुत तेजी से बह रहा है। प्रशासन की टीम मौके पर रवाना हुई।
चमोली जिले के रैणी गांव के ऊपर वाली गली से ग्लेशियर टूट गया है जिस कारण यहां पावर प्रोजेक्ट ऋषि गंगा को भारी नुकसान हुआ है। साथ ही धौलीगंगा ग्लेशियर की तबाही के साथ तपोवन में बैराज से भी भारी नुकसान की सूचना मिल रही है। अभी स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पाई है कि इस तबाही में कितना नुकसान हो हुआ है।
जानकारी के मुताबिक, सुबह 10:55 बजे रैनी गांव में ग्लेशियर टूटने की सूचना मिली थी। इसके बाद बचाव के लिए टीम को रवाना किया गया। तबाही की आशंका को देखते हुए प्रशासन अलर्ट हो चुका है। इस भीषण सैलाब में 50 लोगों के बहने की आंशका भी जताई जा रही है।
इस बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, 'चमोली जिले से एक आपदा की सूचना मिली है। जिला प्रशासन, पुलिस और आपदा प्रबंधन विभागों को स्थिति से निपटने के लिए निर्देश दिया गया है। किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें। सरकार सभी आवश्यक कदम उठा रही है।'