कोरोना वायरस पीछा छोड़ने का नाम नहीं ले रही है। दुनिया में फिर एक बार कोरोना वायरस की चौथी लहर दस्तक दे चुकी है। भारत में कोरोना के मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। लेकिन इसी बीच देश में कोरोना के एक नए वेरिएंट ने दस्तक दी है। वैज्ञानिकों की माने तो इसे वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस के इस नए वेरिएंट को डेल्टाक्रोन का नाम दिया है। देश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट डेल्टाक्रोन के कई राज्यों में केस सामने आए हैं। देश कई राज्यों में सैंपल टेस्ट किए जा रहे हैं।
कोरोना वायरस के इस नए वेरिएंट को स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने एक सुपर-म्यूटेंट वायरस बताया है। जिसका वैज्ञानिक नाम BA.1 + B.1.617.2 है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना वायरस के डेल्टा और ओमिक्रॉन से मिलकर बना एक हाइब्रिड स्ट्रेन है। इस वेरिएंट को सबसे पहले साइप्रस के कुछ शोधकर्ताओं ने खोजा था।
देश में सबसे पहले इस नए वेरिएंट का फरवरी में पहला डेल्टाक्रोन का केस सामने आया था। उस वक्त वैज्ञानिकों ने इस पहले केस को लैब में हुई एक तकनीकी गलती समझा था। लेकिन अब इस नए वेरिएंट के मामले ब्रिटेन में सामने आ रहे हैं। डेल्टाक्रॉन कोरोना वायरस का एक हाइब्रिड वेरिएंट है जो डेल्टा और ओमिक्रॉन वेरिएंट से मिलकर बना है।
कोरोना वायरस के इस नए वेरिएंट डेल्टाक्रोन से संक्रमित होने वाले मरीजों में सिरदर्द और तेज बुखार के लक्षण देखे जाते हैं। संक्रमित मरीजों को पसीना भी आता है। इसके साथ ही संक्रमित मरीज को गले में खरास बनी रहती है। और शरीर में हर वक्त थकावट जैसी बनी रहती है बेचैनी होती है। मरीज की सूंघने और स्वाद की क्षमता भी प्रभावित होती है। अगर इस तरह के लक्षण दिखाई दें तो ऐसे स्थति में मरीजों को तत्काल चिकित्सीय परामर्श लेनी चाहिए।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो भारत के कोविड जीनोमिक्स कंसोर्सियम और GSAID ने संकेत दिए हैं कि देशभर में अभी 568 मामले जांच के दायरे में हैं। सबसे ज्यादा कर्नाटक में 221 मामलों में कोरोना के नए वेरिएंट डेल्टाक्रॉन वेरिएंट के लक्षण दिख रहे हैं। कर्नाटक इस नए वेरिएंट का नया हॉटस्पॉट बनता नजर आ रहा है। तमिलनाडु में 90, महाराष्ट्र 66, गुजरात 33, पश्चिम बंगाल में 32 और तेलंगाना में 25 और दिल्ली में अभी तक 20 मामले जांच के दायरे में चल रहे हैं।