टीवी के मशहूर शो 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah) में आजकल कई उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहे हैं। अब तक इस शो के कई एक्टर्स बदल चुके हैं। पहले शो में दिशा वकानी (Disha Vakani) जो दयाबेन (Dayaben) का किरदार निभाती थीं उन्होंने प्रेगनेंट होने की वजह से शो छोड़ दिया था। जिससे दर्शक काफी निराश हुए थे। तो वहीं, अब शो में 'मेहता साहब' (Mehta Saheb) का रोल निभाने वाले एक्टर शैलेश लोढ़ा (Shailesh Lodha) का अचानक शो छोड़ देना कई लोगों को रास नहीं आया है। कई लोग एक्टर से इस बारे में सवाल पूछते दिखाई भी दिए। मीडिया रिपोर्ट्स में शो छोड़ने की वजह शैलेश की नाराजगी बताई गई लेकिन अब शैलेश ने पूरे मामले पर चुप्पी तोड़ दी है।
फैंस का टूटा दिल (Broken heart of fans)
'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' की शुरुआत 2008 में हुई थी और अब तक इसके तीन हजार से अधिक एपिसोड प्रसारित हो चुके है। दिलचस्प बात तो ये है कि जब से ये शो शुरू हुआ तब से एक्टर शैलेश लोढ़ा शो के साथ जुड़े हुए हैं। इस शो को लोगों के दिलों तक पहुंचाने के लिए शैलेश लोढ़ा ने अपना खास योगदान दिया है। ऐसे में अचानक से उनका शो छोड़ना और बिना देर किए मेकर्स का नए 'मेहता साहब' ले आना लोगों को रास नहीं आया है। इस खबर ने कई लोगों का दिल तोड़ दिया है।
शैलेश ने शो छोड़ देने के कुछ महीनों बाद जाकर अब इस मामले पर चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने आरजे सिद्धार्थ कनन संग बातचीत के दौरान इशारों में अपनी बात कह दी। उन्होंने अपनी बात को कहने के लिए मशहूर कवि बशीर बद्र की लाइनों का इस्तेमाल किया है। शैलेश ने कहा, कि कुछ तो मजबूरियां रही होंगी, वरना यूं ही कोई बेवफा नहीं होता'। शैलेश ने आगे कहा, कि भारतीय काफी इमोशनल होते हैं, मैं खुद को सेंटिमेंटल फूल कहता हूं। आप जब 14 साल से कोई चीज कर रहे हैं तो उसके साथ जुड़ाव होना स्वाभाविक है। मैं अधीर आदमी हूं लेकिन शो ने मुझे धैर्य सिखाया।