केंद्र के कृषि कानूनों की वजह से एनडीए से अलग हुए शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के प्रमुख ने सरकार पर निशाना साधा है। एसएडी प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने सरकार पर वार कहते हुए कहा कि जो भी सरकार से असहमत होता है, उसे देशद्रोही कहा जाता है। गौरतलब है कि पंजाब, हरियाणा सहित देश के हजारों किसान पिछले 17 दिनों से दिल्ली के बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं।
एसएडी प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा, ''बड़े दुख की बात है कि केंद्र सरकार किसानों के संघर्ष को बदनाम करने की कोशिश कर रही है। जो भी केंद्र सरकार के साथ सहमत नहीं है, उसे सरकार देशद्रोही कहती है। मैं केंद्र को कहना चाहता हूं कि जो किसान बैठे हैं इनका किसी धर्म के साथ संबंध नहीं है, ये अन्नदाता हैं।'' बादल ने आगे कहा कि आंदोलन में शामिल किसानों के खलिस्तानी कहकह बदनाम किया जा रहा है। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार से असहमत होने वाले लोगों को वे देशद्रोह कहते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देने वालों को माफी मांगनी चाहिए।
बता दें कि रेलवे और उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल ने किसान आंदोलन को लेकर कहा था कि ऐसा लगता है जैसे कुछ माओवादी और वामपंथी तत्वों ने आंदोलन का नियंत्रण संभाल लिया है और किसानों के मुद्दे पर चर्चा करने की जगह कुछ और एजेंडा चला रहे हैं। इसके अलावा, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा था कि असामाजिक तत्व किसानों का वेश धारण कर उनके आंदोलन का माहौल बिगाड़ने का षड्यंत्र कर रहे हैं।