सरकारी बैंको के कर्मचारी संगठन दो दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर है। आज हड़ताल का दूसरा दिन है। वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बैंक हड़ताल को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को ‘सांठगांठ वाले पूंजीपतियों’ (क्रोनी) के हाथों में बेचना देश की वित्तीय सुरक्षा के साथ समझौता होगा।
राहुल गांधी ने हड़ताल करने वाले बैंक कर्मचारियों के साथ एकजुटता प्रकट करते हुए ट्वीट किया है कि हड़ताल कि केंद्र सरकार ‘लाभ का निजीकरण’ और ‘नुकसान का राष्ट्रीयकरण’ कर रही है। सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों को क्रोनी के हाथों में बेचना भारत की वित्तीय सुरक्षा के साथ समझौता होगा।
गौरतलब है कि सरकारी बैंकों की हड़ताल की वजह से बैंकिंग कामकाज प्रभावित हो रहा है। हड़ताल के चलते सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में नकदी निकासी, जमा, चेक समाशोधन और कारोबारी लेनदेन प्रभावित हुआ। यूनियन नेताओं ने दो दिन की इस हड़ताल में करीब 10 लाख बैंक कर्मचारियों और अधिकारियों के शामिल होने का दावा किया है।