कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए हिमाचल सरकार ने स्कूलों को लेकर एक अहम फैसला लिया है। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने सत्र 2020-21 स्कूलों में होने वाली बोर्ड की प्रैक्टिकल परीक्षाओं का आयोजन नहीं करने का फैसला लिया है। इन परीक्षाओं के लिए शिक्षा बोर्ड इस बार कोई प्रश्नपत्र और डेटशीट जारी नहीं करेगा।
हिमाचल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सुरेश कुमार सोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना काल के बीच मार्च में होने वाली परीक्षाओं में बोर्ड पहली बार प्रैक्टिकल परीक्षाएं नहीं लेगा। ऑनलाइन पढ़ाई के कारण बोर्ड ने यह फैसला लिया है। बोर्ड प्रबंधन के अनुसार शिक्षक छात्रों को किस प्रकार व किस विषय पर ऑनलाइन शिक्षित कर रहे हैं, इसकी पूर्ण जानकारी बोर्ड को नहीं है।
ऐसे में अगर बोर्ड प्रैक्टिकल के पेपर डालता है तो विद्यार्थियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। बोर्ड ने दसवीं, बारवीं तथा अन्य कक्षाओं की वार्षिक परीक्षाओं की डेटशीट और प्रैक्टिकल संचालित करने के लिए शिक्षा उपनिदेशकों व स्कूल मुख्याध्यापकों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। बोर्ड सचिव अक्षय सूद ने बताया कि बोर्ड कक्षाओं की प्रैक्टिकल परीक्षाएं वार्षिक परीक्षाओं से पहले करवाई जाएं या बाद में, इस बारे भी विचार-विमर्श हुआ।
बता दें कि मंगलवार को चौबीस घंटे में राज्य में चार लोगों की मौत, और 332 नए केस रिपोर्ट हुए हैं। राहत कि बात यह भी है चौबीस घंटे में रिकॉर्डतोड़ सैंपलिंग हुई है। 11 हजार 114 सैंपल लिए गए हैं। चार मौतों में तीन मौतें नेरचौक मेडिकल कॉलेज में हुई हैं। पिछले एक सप्ताह में कोरोना के रिकवरी और डेथ रेट में सुधार हुआ है। प्रदेश में 89 फीसदी के हिसाब से कोरोना के मरीज ठीक हो रहे हैं। डेथ रेट भी 1.9 से घटकर 1.5 फीसदी हुआ है।