Haryana Assembly Winter session: देश में चल रहे चुनावी सुधारों का मुद्दा आज हरियाणा विधानसभा में गूंजेगा। नायब सैनी सरकार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन इस मामले पर एक प्रस्ताव लाएगी। मुख्य विपक्षी पार्टी, कांग्रेस, सदन में इसका विरोध करेगी और कई अन्य मुद्दों पर भी आक्रामक रहेगी।
हालांकि, वोट में धांधली सहित लगभग एक दर्जन मुद्दों पर विपक्षी कांग्रेस द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव बिना वोटिंग के ही गिर गया। जब मुख्यमंत्री नायब सैनी कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के बाद जवाब दे रहे थे, तो कांग्रेस विधायक सदन से बाहर चले गए, जिसके कारण प्रस्ताव बिना वोटिंग के ही हार गया।
हरियाणा विधानसभा में गूंजेगा चुनावी सुधारों का मुद्दा
सरकार का कहना है कि एक्सटेंशन और गेस्ट टीचर जिन्होंने 15 अगस्त, 2024 तक पांच साल की सेवा पूरी कर ली है, उन्हें अब 58 साल की उम्र तक नहीं हटाया जाएगा। इन शिक्षकों को स्थायी शिक्षकों के बराबर महंगाई भत्ता मिलेगा। ऐसे सात बिल आज सदन में पेश किए जाएंगे।
अल फलाह यूनिवर्सिटी पर शिकंजा कसने की तैयारी
इसके अलावा, हरियाणा के उच्च शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा आज प्राइवेट यूनिवर्सिटी संशोधन विधेयक 2025 पेश करेंगे। राज्य की 26 प्राइवेट यूनिवर्सिटी की सूची, जहां प्रशासक नियुक्त किए जा सकते हैं, उसे भी इस संशोधित विधेयक के साथ शामिल किया गया है। इसमें फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी भी शामिल है, जहां आतंकवाद से एक बड़ा संबंध सामने आया है।
अल-फलाह यूनिवर्सिटी में राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों और वित्तीय अनियमितताओं के सामने आने के बाद यह कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
पेपर लीक पर हंगामे के आसार
सत्र में सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा जो गूंजेगा, वह है 2014 और 2024-25 के बीच हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) और हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) द्वारा आयोजित परीक्षाओं में पेपर लीक और रद्द की गई भर्तियां। डबवाली से INLD विधायक आदित्य देवी लाल ने मुख्यमंत्री से इस बारे में स्पष्ट जानकारी मांगी है कि किन पदों के लिए कौन सी परीक्षाएं लीक हुईं, किसे जिम्मेदार पाया गया और उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की गई। पुलिस विभाग के संबंध में, रानिया से विधायक अर्जुन चौटाला ने खाली पदों और नई भर्तियों की स्थिति के बारे में सवाल किया है। इससे विधानसभा में हंगामा होने की उम्मीद है।
औंधे मुंह गिरा था कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव
बता दें, इससे पहले विधानसभा के विंटर सेशन में शनिवार (20 दिसंबर) को CM नायब सैनी की अगुआई वाली BJP सरकार के खिलाफ कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया था। कांग्रेस के सदन के वॉकआउट करने के बाद इसे वोटिंग के लिए रखा गया था। इसके बाद विरोधी दलों की गैरमौजूदगी में इसे सर्वसम्मति से रिजेक्ट कर दिया गया। स्पीकर हरविंद्र कल्याण ने प्रस्ताव अस्वीकृत होने का ऐलान किया था। इसके बाद सदन को सोमवार ( 22 दिसंबर) 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था।