दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने चौथा नोटिस जारी किया है। इसमें पूछा गया है कि साद ने सरकारी अस्पताल में कोरोना टेस्ट कराया है या नही और अगर कराया है तो उसकी रिपोर्ट अब तक क्राइम ब्रांच को क्यों नहीं सौपी गई। इसके अलावा क्राइम ब्रांच का कहना है कि मौलाना साद ने कई सवालों के जवाब भी अभी नहीं दिए हैं।
हालांकि, मौलाना साद के वकील ने कहा कि हमने निजी लैब से तबलीगी जमात के चीफ मौलाना साद की जांच कराई थी, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। उस रिपोर्ट की कॉपी क्राइम ब्रांच को भेजी गई है। आपको बता दें कि भारत में कोरोना वायरस (कोविड-19) के दौरान निजामुद्दीन मरकज और तब्लीगी जमात का नाम सुर्खियों में आया था।
निजामुद्दीन मरकज में तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए थे और इसमें से कई लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। जमात के कार्यक्रम में भाग लेने वाले लोग बाद में अपने राज्य लौटे थे जहां दूसरे लोगों के संपर्क में आने के कारण वहां भी कोरोना के मामलों की संख्या में इजाफा हुआ था। ऐसे में तब्लीगी जमात के कार्यक्रम को देश में कोरोना वायरस के केसों में वृद्धि के लिए काफी हद तक जिम्मेदार माना गया था और इसके लिए मौलाना साद आलोचनाओं के घेरे में थे।