उत्तर प्रदेश : वाराणसी कोर्ट के आदेश के मुताबिक ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे शुरू कर दिया गया है। ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में विवादित क्षेत्र के अलावा पूरे परिसर का सर्वे कराया जा रहा है। दरअसल, पिछले दिनों 4 महिलाओं की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए जिला अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार विश्वेश ने ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे को मंजूरी दी है।
बता दें कि सर्वे की रिपोर्ट 4 अगस्त को एसआई को सौंपी जाएगी। एएसआई ने सोमवार सुबह 20 से 30 सदस्यों की टीम के साथ ज्ञानवापी परिसर में पहुंची। वहीं ज्ञानवापी परिसर के सर्वे का मुस्लिम पक्ष ने बहिष्कार किया और सर्वे पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया। इस तरह एक बार फिर ज्ञानवापी विवाद तूल पकड़ने लगा है। वहीं, इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुबह 10:30 बजे से शुरू होने जा रही है। सुप्रीम सुनवाई पर ज्ञानवापी सर्वे का मामला अब टिका दिख रहा है।
मस्जिद के उम्र की जांच, दोनों पक्षों के वकील मौजूद
बता दें कि ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे का कार्य जारी है। एएसआई 30 सदस्यीय की टीम पूरे परिसर में चार भागों में बंटकर जांच कर रही है। बता दें कि इस सर्वे के माध्यम से मस्जिद की उम्र का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। एएसआई टीम की ओर से जरूरत पड़ने पर खुदाई करने की भी तैयारी है। हालांकि, सर्वेक्षण के पहले दिन पूरे परिसर का जायजा लिया जा रहा है। सर्वेक्षण के दौरान दोनों पक्षों के लोग मौजूद हैं। हिंदू और मुस्लिम पक्षकारों के वकील भी सर्वे टीम के साथ परिसर में मौजूद हैं।
चार टीमें कर रही हैं सर्वे
जानाकारी के मुताबिक एएसआई की 30 सदस्य वाली टीम चार भागों नमें बंटकर सर्वे कर रही है । जिसमें से पहली टीम पश्चिमी दीवार का सर्वेक्षण कर रही है। दूसरी टीम गुंबदों का सर्वे कर रही है। वहीं, तीसरी टीम चबूतरा की जांच कर रही है। चौथी टीम ज्ञानवापी मस्जिद के बाकी परिसर का मुआयना करने में जुटी हुई है। सुबह 7 बजे से सर्वेक्षण का कार्य चल रहा है।
पूरी प्रक्रिया की हो रही वीडियोग्राफी
वहीं ज्ञानवापी परिसर में एएसआई की टीम सुरक्षा के पुख्ता इंतेजामों के साथ पहुंची। सुबह 7 बजे से सर्वे का कार्य शुरू कर दिया गया। सर्वे टीम के साथ फोटोग्राफर और वीडियोग्राफी टीम ने भी ज्ञानवापी परिसर में प्रवेश किया। एएसआई सर्वे टीम पूरे परिसर के सर्वेक्षण प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करा रही है।
श्रृंगार गौरी के नियमित पूजन की मांग वाली याचिका पर सुनवाई के दौरान विवाद गहराता रहा। इसके बाद हिंदू पक्षकारों की ओर से परिसर के एएसआई सर्वे की मांग की गई। कोर्ट के आदेश के बाद के पूरे परिसर का सर्वेक्षण कराया जा रहा है। माना जा रहा है कि एएसआई टीम जरूरत पड़ने पर कुछ स्थानों पर खुदाई भी करा सकती है।
प्लॉट नंबर 9130 का सर्वे
वजुखाने में पिछले साल एडवोकेट कमिश्नर के सर्वे के दौरान शिवलिंग जैसी आकृति मिली थी। इसके बाद इसे सील कर दिया गया। सुप्रीम कोर्ट में इस संबंध में केस चल रहा है। इस कारण जिला जज की अदालत ने इस जगह को छोड़कर बाकी परिसर का एएसआई सर्वे, जांच और खुदाई का आदेश दिया है।
मंडलायुक्त ने कहा कि सोमवार सुबह 7 बजे से एएसआई की जांच शुरू हो रही है। पहले चरण में सेटलमेंट प्लॉट संख्या 9130 का मौके पर जाकर जायजा लिया जाएगा। परिसर के चारों तरफ की स्थिति की जांच होगी। नाप-जोख का काम होगा। मौके से एएसआई टीम कुछ सैंपल भी ले सकती है। एएसआई दिल्ली प्रभारी के नेतृत्व में टीम सर्वे का काम करेगी।