Bihar Election 2025 : बिहार में अगले महीने में विधानसभा चुनाव होने है. चुनाव को लेकर हर दल के नेता और कार्यकर्ता पूरी तैयारी में जुट गए हैं। हालांकि, कहीं सीट शेयरिंग पर अटकलें लग रही है तो कोई उम्मीदवारों का ऐलान करने जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ एनडीए और तेजस्वी खेमे में सीट शेयरिंग पर अब तक सहमति नहीं बन सकी है। सीट बंटवारे पर खटपट बढ़ती नजर आ रही है।
एक बार फिर सुर्खियों में हैं चिराग पासवान
बिहार की सियासत में लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के मुखिया चिराग पासवान एक बार फिर सुर्खियों में हैं। चिराग पासवान अब अपने संगठन को अगले स्तर पर ले जाने की तैयारी में जुट गए हैं। इस बार चिराग पासवान नई रणनीति तैयार कर बड़ा दांव खेलने की तैयारी में है। इस विधानसभा चुनाव में चिराग के बहनोई और जमुई से सांसद अरुण भारती को चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है। बता दें कि इन दो सीटों - सिकंदरा और राजापाकड़ में से किसी एक से उन्हें उम्मीदवार बनाया जा सकता है।
जमुई से सांसद हैं अरुण भारती
जानकारी के लिए बता दें कि, चिराग पासवान के बहनोई अरुण भारती पिछले साल यानी 2024 के लोकसभा चुनाव में पहली बार चुनावी मैदान में कदम रखा और शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत हासिल की। वर्तमान में वे जमुई से सांसद हैं। अब यह चर्चा जोरों पर है कि एलजेपी (रामविलास) उन्हें विधानसभा चुनाव में उतारकर पार्टी की संगठनात्मक पकड़ और व्यापक जनाधार को मजबूत करना चाहती है।
35 सीटों से कम पर तैयार नहीं
बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही प्रदेश की राजनीति में खलबली मच गई है। एनडीए के अंदर सीट शेयरिंग को लेकर अटकलें लगी है। अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है. कुछ दिन पहले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बीजेपी के दिग्गज नेताओं और चिराग पासवान के बीच बैठक हुई, जिसमें बीजेपी 20 से 22 सीटों का प्रस्ताव रख चुकी है। मगर चिराग पासवान 35 सीटों से कम पर तैयार नहीं हैं। यही नहीं, उनकी पार्टी ने केंद्र या प्रदेश के उच्च सदन में एक सीट और एक महत्वपूर्ण मंत्रालय की भी मांग रखी है।
इस सीटों पर चिराग की दावेदारी
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने अपने प्रभाव वाले जिलों- वैशाली, हाजीपुर, समस्तीपुर, खगड़िया और जमुई में 2-2 सीटों की दावेदारी जताई है। इसके अलावा पार्टी ने गोविंदगंज सीट पर भी दावा ठोका है, जो वर्तमान में भाजपा के कब्जे में है। बीजेपी की ओर से स्थिति संभालने के लिए पार्टी के दिग्गज नेता व केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, संगठन महामंत्री विनोद तावड़े और बिहार प्रभारी मंगल पांडेय ने चिराग से बातचीत की है। हालांकि, अंतिम फैसला भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व पर निर्भर करेगा।