Actor Dharmendra : बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का 24 नवंबर को निधन हो गया। मुंबई के विले पार्ले स्थित पवन हंस श्मशान भूमि में अभिनेता का अंतिम संस्कार किया गया। उनके निधन के बाद इंडस्ट्री में मातम पसरा है। धर्मेंद्र का जन्म पंजाब में हुआ था। उनके पिता केवल कृष्ण देओल शिक्षक थे। आखिरी बार 14 दिसंबर 2015 को धर्मेंद्र लुधियाना आए थे। पंजाब के मोगा जिले के गांव मानुके के रहने वाले मूर्तिकार इकबाल सिंह गिल अभिनेता धर्मेंद्र का स्टैच्यू (प्रतिमा) तैयार करने में जुटे हैं। मूर्तिकार इकबाल सिंह गिल दिग्गज अभिनेता को अनोखे अंदाज में श्रद्धांजलि देंगे। मूर्तिकार इकबाल सिंह बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र को अपनी कला के जरिये श्रद्धांजलि देने के लिए उनका स्टैच्यू तैयार कर रहे हैं। धर्मेंद्र का स्टैच्यू लगभग एक सप्ताह में तैयार हो जाएगा, जिसके बाद इस स्टैच्यू को इकबाल अपनी आर्ट गैलरी में स्थापित करेंगे।
इकबाल सिंह गिल ने बताया कि इस स्टैच्यू बनाने में लगभग एक लाख रुपये का खर्च
इकबाल सिंह गिल ने बताया कि इस स्टैच्यू बनाने में लगभग एक लाख रुपये का खर्च आएगा। जो वह खुद ही वहन करेंगे। स्टैच्यू की लंबाई और चौड़ाई धर्मेंद्र जी के कद काठी के हिसाब से ही बनाई जाएगी। इकबाल सिंह को बचपन से ही मूर्ति बनाने का शौक था और मात्र 20 वर्ष की उम्र में उन्होंने अपनी पहली मूर्ति गौतम बुद्ध की बनाई थी। खेती-बाड़ी के साथ-साथ उन्होंने मूर्ति कला को अपना जुनून और पेशा दोनों बनाया। इकबाल ने बताया कि धर्मेंद्र जी पंजाब की मिट्टी से जुड़े हुए इंसान थे, जिनको हम कभी नहीं भूल पाएंगे। आज इस संसार में वो नहीं हैं, लेकिन हर पंजाबियों के दिल में रहेंगे।
धर्मेंद्र का स्टैच्यू बनाने का उद्देश्य उन्हें श्रद्धांजलि देना
बॉलीवुड के ही-मैन कहे जाने वाले धर्मेंद्र का स्टैच्यू बनाने का उद्देश्य उन्हें श्रद्धांजलि देना है। धर्मेंद्र का स्टैच्यू तैयार कर उन्हें अपनी कला से श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। उन्होंने बताया कि उनकी बनाई मूर्तियां देश के अलग-अलग राज्यों के साथ-साथ विदेशों में भी भेजी जाती हैं। अब तक वे बाबा लाडी शाह, सिद्धू मूसेवाला, संदीप नंगल अंबियां, कई फौजी शहीदों और कई प्रसिद्ध हस्तियों के स्टैच्यू बना चुके हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, एथलीट मिल्खा सिंह और अन्य प्रमुख व्यक्तियों की भी मूर्तियां तैयार की हैं।