1 26 सितंबर 2022 यानी आज से शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri 2022 Date) की शुरुआत हो रही है। इन 9 दिनों में मां दुर्गा के नौ सिद्ध स्वरूपों की विधिवत पूजा की जाती है। तो आइए जानते हैं सभी देवियों का महत्व और उन को प्रसन्न करने का मंत्र।
2 1. माँ शैलपुत्री ( ह्रीं शिवायै नम: )- वन्दे वाञ्छितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम्। वृषारुढां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम्॥
3 2. माँ ब्रह्मचारिणी ( ह्रीं श्री अम्बिकायै नम: )- दधाना कर पद्माभ्याम अक्षमाला कमण्डलू। देवी प्रसीदतु मई ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा।।
4 3. माँ चंद्रघंटा- ( ऐं श्रीं शक्तयै नम: )- पिण्डजप्रवरारुढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता। प्रसादं तनुते मह्यं चन्द्रघण्टेति विश्रुता।।
5 4. माँ कुष्मांडा- ( ऐं ह्री देव्यै नम: )- सुरासम्पूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च। दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे॥
6 5. माँ स्कंदमाता- ( ह्रीं क्लीं स्वमिन्यै नम: )- सिंहासनगता नित्यं पद्माश्रितकरद्वया। शुभदास्तु सदा देवी स्कन्दमाता यशस्विनी॥
7 6. माँ कात्यायनी- ( क्लीं श्री त्रिनेत्रायै नम: )- चंद्रहासोज्जवलकरा शार्दूलवर वाहना । कात्यायनी शुभंदद्या देवी दानव घातिनि ।।
8 7. माँ कालरात्रि- ( क्लीं ऐं श्री कालिकायै नम: )- एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता। लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्तशरीरिणी॥ वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टकभूषणा। वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयङ्करी॥
9 8. माँ महागौरी ( श्री क्लीं ह्रीं वरदायै नम: )- श्वेते वृषे समरूढा श्वेताम्बराधरा शुचिः।महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा।।
10 9. माँ सिद्धिदात्री ( ह्रीं क्लीं ऐं सिद्धये नम: )- सिद्धगन्धर्वयक्षाद्यैरसुरैरमरैरपि,सेव्यमाना सदा भूयात सिद्धिदा सिद्धिदायिनी।