बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद द्वारा लॉकडाउन में फंसे प्रवासी श्रमिकों के लिए बसों की व्यवस्था करने के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने उनकी तारीफ की है। जिसके बाद रविवार रात को सोनू ने ठाकरे से उनके निवास मातोश्री में मुलाकात की। इस दौरान उद्धव के बेटे और राज्य मंत्री आदित्य ठाकरे भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद सोनू सूद ने कहा कि वे तब तक मजदूरों की मदद करते रहेंगे, जब तक कि वो अपने घर नहीं पहुंच जाते।
वही, अभिनेता ने कहा, 'हमें उन सभी लोगों की मदद करनी चाहिए जो परेशानी में हैं और जिन्हें हमारी जरूरत है। जब तक कि आखिरी प्रवासी अपने घर नहीं पहुंच जाता, मैं उनकी मदद करना जारी रखूंगा।' उन्होंने आगे कहा, 'कश्मीर से कन्याकुमारी तक सभी पार्टियों ने समर्थन दिया है और मैं उन सभी का धन्यवाद करना चाहता हूं।'
आपको बता दें कि दोनों की यह मुलाकात ऐसे दिन हुई जब मुंबई में फंसे प्रवासी मजदूरों को वापस भेजने के लिए बसों का इंतजाम करने के मुद्दे पर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने अभिनेता पर निशाना साधा है। दरअसल, शिवसेना नेता संजय राउत ने रविवार को आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि कहीं लॉकडाउन के कारण महाराष्ट्र में फंसे उत्तर भारतीय प्रवासियों को सहायता की पेशकश करने के पीछे सोनू सूद को भाजपा का अंदरुनी तौर पर समर्थन हासिल तो नहीं था? इस राजनीतिक मकसद के साथ कि राज्य की उद्धव ठाकरे सरकार को बदनाम किया जा सके।
वही, शिवसेना के मुखपत्र सामना में लिखे अपने साप्ताहिक कॉलम में संजय राउत ने लॉकडाउन के दौरान महाराष्ट्र के सामाजिक परिदृश्य में अचानक 'महात्मा' सूद के सामने आने को लेकर सवाल खड़ा किया। उन्होंने 2019 के आम चुनाव से पहले सामने आए सोनू सूद के एक स्टिंग ऑपरेशन का भी हवाला देते हुए कहा कि वह भाजपा नीत सरकार के कार्यों को अपने आधिकारिक सोशल मीडिया खातों के जरिए विभिन्न प्लेटफॉर्म पर प्रचार के लिए तैयार हुए थे।
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