हरियाणा में एक के बाद एक गांव लॉकडाउन का बहिष्कार कर रहे है। वहीं, अब मसूदपुर गांव के बाद डाटा गांव ने लॉकडाउन के नियमों को मानने से इनकार कर दिया है। बुधवार को रोघी खाप के डाटा गांव की पंचायत हुई और इसमें यह फैसला लिया गया कि गांव के अंदर कोई भी बिजली कर्मचारी और पुलिस प्रशासन के आदमी को गांव के अंदर नहीं घुसने दिया जाएगा।
इसके साथ ही मसूदपुर गांव के अंदर बने कोरोना-19 सेंटर को भी सभी ग्राम वासियों ने उठवा दिया है। उनका कहना था कि यह केवल लूट मचाने के लिए बनाया गया था। इसके अंदर किसी प्रकार की कोई सुविधा नहीं थी। हिसार में किसानों के ऊपर हुए लाठीचार्ज के विरोध में सभी ग्राम वासियों ने गांव में असहयोग आंदोलन चलाने का भी फैसला लिया। जिसके लिए गांव डाटा सरकार से किसी प्रकार की कोई सहायता नहीं लेगा।
आपको बता दें कि हिसार में अस्थाई कोविड अस्पताल के शुभारंभ के लिए सीएम मनोहर लाल पहुंचे थे। वहीं,किसान उनका विरोध करके लिए लिए आए थे। तब पुलिस और किसानों के बीच हुई झड़प में किसान और पुलिस के जवान घायल हुए थे। इसके साथ ही सीएम के कार्यक्रम में भीड़ ज्यादा थी। वहीं किसानों ने इस बात का भी विरोध किया। इसके बाद मसूदपुर के ग्रामीणों ने लॉकडाउन के नियमों को मानने से इनकार कर दिया।