हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने विपक्ष द्वारा प्रचारित कथित शराब घोटाले को एक बार फिर से नकारते हुए कहा कि राज्य के आबकारी एवं कराधान विभाग ने रिकार्ड राजस्व जुटाने का काम किया है। पहले तीन माह में रिकार्ड राजस्व मिला है। आंकड़ों एवं तथ्यों का सिलसिलेवार ब्यौरा देते हुए डिप्टी सीएम ने बताया कि कोरोना काल में आबकारी विभाग ने रिकॉर्ड क्लेक्शन किया है। इसी के साथ उन्होंने कहा कि सरकार को चूना लगाने की बात करने वाले अब यह बताएं कि हरियाणा गठन से आजतक पहली तिमाही में इतना रिकॉर्ड तोड़ राजस्व नहीं आया जितना कि कोरोना काल में आया है तो फिर घोटाला कहां हुआ।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि हरियाणा के आबकारी विभाग ने एक्साइज ड्यूटी कलेक्शन में नया रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन व कोरोना संक्रमण की वजह न तो परिवहन व्यवस्था थी, न ही होटल-मॉल खुल रहे और न ही मल्टीनेशनल कंपनियों में काम हो रहा है। ऐसे में आबकारी विभाग के सामने राजस्व बढ़ाना सबसे बड़ी चुनौती थी। पिछले वर्ष की तिमाही के मुकाबले अलग-अलग मदों में विभाग ने इस तिमाही में 262 करोड़ 98 लाख 42 हजार 438 रुपये अधिक जुटाए है। इसमें एक्साइज व एडिशनल एक्साइज ड्यूटी के अलावा परमिट व रिटेल लाइसेंस फीस भी शामिल हैं। आबकारी विभाग ने जहां पिछले साल की पहली तिमाही में 2142 करोड़ 90 लाख 80 हजार 186 रुपये राजस्व जुटाया था, इस वर्ष पहली तिमाही में यह बढ़कर 2405 करोड़ 89 लाख 22 हजार 624 रुपये हो गया।
ऐसे में डिप्टी सीएम ने बताया कि सरकार ने कोरोना काल के चलते शराब पर 'कोविड-सैस' लगाया। कोविड सैस से पहले तीन महीनों में ही एक्साइज विभाग को 74 करोड़ 80 लाख 57 हजार 183 रुपये की कमाई हुई है।